बालिका सशक्तिकरण महाभियान में बालिकाओं से बोले एसपी जैन- जो बेटियां नहीं पढ़ती वह मजदूरी करती है

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झाबुआ लाइव के लिए पारा से राज सरतलिया की रिपोर्ट-
गुरुवार को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पारा के प्रांगण में बालिका सशक्तिकरण महाअभियान के अंतर्गत जिला पुलिस विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ नारे के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला पुलिस अधिक्षक महेशचन्द्र जैन ने विद्यालीन बालिकाओं को समझाते हुए कहा कि मैं दिसंबर 2016 में आया जबसे लेकर मंैने देखा कि जिले में बेटियों के भागने व अपहरण करने कि 70-80 प्रतिशत शिकायते विभिन्न थानों में दर्ज हुई। इसको लेकर जिलेभर में गांव-गांव जाकर खाटला बैठक करके ग्रामीणों से चर्चा की, बावजूद इसके स्थिति खराब है। गत वर्ष 149 प्रकरण पुलिस थानो में दर्ज हुए। वास्तव में इससे यह संख्या ओर अधिक ज्यादा है। क्योंकि थानों में वही शिकायते दर्ज होती है जो कि सजाती गोत्र के होते है या उनके झगड़े आपस में नहीं निपटते है। अक्टूबर 2017 तक यह संख्या 200 से भी ज्यादा प्रकरणों के रुप में दर्ज है। 2 प्रतिशत मामले भी ऐसे नहीं है जो किसी बालिग के अपहरण अथवा भागने के हो। जनसंख्या के हिसाब से नाबालिगों के भागने के प्रकरण झाबुआ जिले में ही ज्यादा है। एसपी जैन ने यह बताया कि गांव में 15-17 वर्ष कि अधिकांश बालिकाओं की शादी हो जाती है। उसका मुख्य कारण उनका अनपढ़ या कम पढ़े-लिखे होना है जो बालिकाएं बोलने में संकोच करती है वह अपने उपर हो रहै अत्याचार को बोल नहीं पाएगी। लड़कियों को भगा कर दूसरे प्रदेश राजस्थान गुजरात में ले जाते है ताकि पुलिस और परिवार के लोग उन्हें नहीं ढूंढ़ पाए। वही जाकर वह मजदूरी करते है। सालभर तक अगर वह नहीं मिले तो जो बेटी अभी नाबालिग ही है। उसके भी एक बेटी हो जाती है, और वह भी अशिक्षित रह कर मजदूर बन जाती है। एसपी जैन ने कहा की इसका मुख्य कारण अशिक्षा ही है। प्रदेश में साक्षरता की स्थिति झाबुआ जिले में सबसे कम है जो बेटियां ग्रेजुएट नही होती वह बेटियां मजदूरी करती है। हालांकि मेहनत करके रोजी-रोटी कमाने में कोई बुराई नहीं है। बेटियों कि शिक्षा पर जोर देते हुए पुलिस अधिक्षक जैन ने कहा कि बेटियां पढ़ो आगे बढ़ो प्रदेश कि सरकार ने भी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नाम पर कई योजना चला रखी है। उनका लाभ उठाओं। पढ़ी-लिखी बेटियों पर अत्याचार की घटनांए कम ही है। साथ ही स्कुल कि छात्राओं से अपने गांव की अनपढ़ या कम पढ़ी लिखी बेटियों पर हुए अत्याचार की घटनाओं का संवाद भी किया। साथ ही आईडी एसपी महिला सेल बबिता बामनीया व एसआई तारा मैडम ने भी छात्राओं को अपने संसमरण सुनाएं और छात्राओं को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए प्रेरित किया। एसपी जैन ने उपस्थित छात्राओं को 18 वर्ष से पहले विवाह नहीं करने व पढऩे के लिए संकल्प दिलवाया। इससे पूर्व एसपी जैन व अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पश्चात अतिथियों का स्वागत विद्यालयीन परिवार द्वारा पुष्पमाला भेंट कर किया। इस अवसर पर एसडीओपी शोभाराम परिहार, पुलिस चौकी पारा प्रभारी बीएस बघेल, एसआई चौहान, प्राचार्य बालक वीरेन्द्रसिंह सिसौदिया, प्राचार्य कन्या मनोज खाबिया, प्रभारी प्राचार्य गुलाबसिंह डावर समेत पुलिस विभाग एवं शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारी व उपसरपंच दिपेश जैन, शुभम सोनी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आशीष पंड्या ने किया।