फर्जी जाति प्रमाण-पत्र से नगर परिषद अध्यक्ष बनी सुनीता को पद से हटाने का निर्णय

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट- नगर परिषद अध्यक्ष सुनीता वसावा उर्फ चम्पा के फर्जी जाति से चुनाव लडऩे की शिकायत की जांच प्रदेश स्तरीय जाति-जनजाति आयोग की छानबीन समिति ने पूर्ण कर ली तथा जांच में यह स्पष्ट हो गया कि सुनीता वसावा ने जाति का फजी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। संदिग्ध जाति मामले पर गठित की गई छानबीन समिति ने अपने निर्णय से उच्च न्यायालय को अवगत करवा दिया, जिसमे समिति द्वारा विचारोपरांत अनावेदिका सुनीता पिता हनुमान वसावा द्वारा भील अनुसूचित जनजाति के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर विधि अनुरुप कार्रवाई किए जाने का निर्णय लिया गया। छानबीन समिति ने अपने 7 पृष्ठ के निर्णय में स्पष्ट किया कि सुनीता वसावा का जाति संबंधित जो प्रमाण पत्र दिया गया था वह फर्जी है एवं उसे तुरंत निरस्त किया जाए व संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाए।
होली के रंग में हुआ भंग
मंगलवार शाम जैसे ही छानबीन समिति की रिपोर्ट की जानकारी नगर में फैली वैसे ही नगरवासियों में हर्ष की लहर छा गई। गौरतलब है कि सुनीता वसावा के पद ग्रहण के बाद से ही इनका कार्यकाल विवादास्पद रहा। भ्रष्टाचार व पद के दुरुपयोग के मामले में दो पार्षदों पर गाज गिरी तथा लोकायुक्त द्वारा भी प्रकरण दर्ज किया गया है जिसके साक्ष्य हेतु लोकायुक्त द्वारा 30 मार्च को इ्रन्हें तलब किया गया है।