तपस्वियों का निकाला वरघोड़ा, हुआ बहुमान

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Bamnia 16-08-16 2 झाबुआ लाइव के लिए बामनिया से लोकेंद्र चाणोदिया की रिपोर्ट-
नगर में साध्वी रत्नत्रयाश्रीजी व साध्वी तत्वत्रतयाश्रीजी के सानिध्य में चार्तुमास पर्व के दौरान धर्म-आरधना व तप-आराधना का दौर जारी है। आयोजनों में प्रतिदिन पिछले नौ दिनों से नवाकर महामंत्र के अखंड जाप हुए। साथ ही नौ दिवसीय एकासन का आयोजन भी हुआ, जिसमें 63 श्रावक-श्राविकाएं ने एकासन की तपस्या पूर्ण की। इस कड़ी में बामनिया चाणौदिया परिवार की भांजी दीपिका कटारिया ने 9 व भांजे विजय बाफना ने 10 उपवास की तपस्या का पारणा किया, जिस उपलक्ष्य में सोमवार को दोनों तपस्वियों व नवकार आरधकों का बैंडबाजों, बग्घी के साथ भव्य वरघोड़ा निकाला गया। वरघोड़े में युवक-युवतियां, बच्चे सभी नृत्य, गरबा, भक्ति करते हुए चल रहे थे। वरघोड़े में तपस्वियों की बग्घी के साथ भगवान का रथ भी आगे चल रहा था। जगह-जगह भगवान की गहुली भी की गई व तपस्वियों का बहुमान किया गया। वरघोड़ा नारेला रोड स्थित तेरापंथ सभा भवन से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ पेटलावद रोड स्थित वर्धमान स्थानक भवन में पहुंचकर धर्मसभा व बहुमान समारङ्क्षह में परिवर्तित हो गया। धर्मसभा में बहुमान लाभार्थी परिवार रतनलाल चाणोदिया परिवार, जिला पत्रकार संघ, श्री जैन त्रिस्तुतिक संघ, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, चारथुई श्रीसंघ, तेरापंथ श्री संघ द्वारा बहुमान किया गया। प्रवचन के बाद स्वामी वात्सल का आयोजन हुआ, समस्त आयोजन का लाभ रतनलाल चाणोदिया परिवार ने लिया।
तप ही जीवन का आधार
धर्मसभा को संबोधित करते हुए साध्वी रत्नत्रयाश्रीजी ने कहा कि जिस प्रकार इन नन्हें बच्चों ने तपस्या कर अपने जीवन को धर्म मार्ग पर अग्रसर किया है। उसी प्रकार आप सब भी तप आरधना में आगे बड़कर अपने जीवन को धर्म मार्ग पर अग्रसर करें. क्योंकि तप व धर्म ही जीवन का आधार है। सभा संचालन राजेंद्र लुणावत ने किया।
निकले वरघोड़े में शामिल साध्वीश्रीजी व समाजजन .