जिला प्रशासन की व्यापारियो व आम जनता पर दमनकारी कार्यवाही को लेकर कांग्रेसियो ने प्रभारी मंत्री को सौपा ज्ञापन

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फिरोज खान @बबलू #अलीराजपुर

जिला प्रशासन द्वारा व्यापारियों और आम जनता के साथ ही जा रही हठधर्मिता और मनमानी के खिलाफ गुरूवार को स्थानी फारेस्ट रेस्ट हाऊस पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल, विधायक मुकेश पटेल और व्यापारियों ने एक ज्ञापन कैबिनेट और जिले के कोविड नियंत्रण प्रभारी मंत्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव को सौंपा। जिस पर मंत्री दत्तीगांव ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि कि कोराना काल में आलीराजपुर का जिला प्रशासन आम जनता और व्यापारियों के साथ बहुत ही बुरा और पक्षपातपूर्ण बर्ताव कर रहा है। इनके इस रवैेये से जिलेवासी काफी परेशान और आक्रोशित है। जिला प्रशासन ने अपने पहले आदेश में 1 जून 2021 से जनता कफर्यू में सुबह 7 से 12 छूट देने की बात की थी, फिर अचानक 26 मई 21 से ये छूट देना चालू कर दी। इसमें भी जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं अन्य अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा मनमानी पूर्वक ओर दादागिरी पूर्वक जनता को परेशान करने वाला रवैया अपना जा रहा है।
जोबट एसडीएम और आलीराजपुर एसडीएम ने तो अपनी मनमानी की सारी हदे पार कर दी है। 26 मई को जोबट में बोहरा समुदाय का एक छोटा व्यापारी जनता कफर्यू की छूट के दौरान दूकान लगा कर बैठा था। एसडीएम के निर्देश पर वंहा अधिकारी आए और 11.30 बजे ही उसकी दूकान जबरन बंद करवाने लगे। दुकानदार ने विरोध किया तो उससे अभद्र व्यवहार करने लगे। गुस्से में दूकानदार ने अपना सामान सडको पर फेंक दिया। इतना ही नही एसडीएम ने उस गरीब दूकानदार के खिलाफ पुलिस थाने में झूठा प्रकरण भी दर्ज करवा दिया। ऐसे ही हालात सभी छोटे व्यापारी एवं हाथठेला वालो के है। उधर ग्राम खट्टाली में भी उक्त एसडीएम ने रोड निर्माण का हवाला देते हुए दादागिरी करते हुए कई ग्रामवासियों के घर के ओटले जबरन तुडवा दिए, जबकि अभी कोराना काल ओर निकट बरसात का दौर है। ऐसे में वे अपने घरो के आगे रिपेयरिंग कार्य भी नही करवा सकते है। इन गरीब एवं छोटे व्यापरियों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।
यही हालत आलीराजपुर अनुविभाग की है यहा की एसडीएम लक्ष्मी गामड ने भी यहा हिटलरशाही पूर्ण रवैया अपना रखा है। दुकानदारों के साथ पक्षपातपूर्ण ढंग से पेश आ रही है। साथ ही आए दिन उनके साथ अभद्र व्यवहार कर रही है और भारी राशि के चालान बनाए जा रहे है। सुबह 7 से 12 में कुछ दुकानों को ही खोलने की छूट दी है जबकि अन्य दुकानदार भी चाहते है उन्हें भी छूट मिले। इस छूट में भी जिला प्रशासन ओर पुलिस प्रशासन द्वारा दुकानदारों ओर आम जनता को परेशान किया जा रहा है।
उन्होने बताया कि दो साल से चल रहे कोरोना काल में छोटे बडे सभी व्यापारियों की हालत बडी खराब हो गई है। आर्थिक रूप से वे काफी परेशान हो रहे है। चूंकि अब अलीराजपुर जिले में कोरोना संक्रमण की दर काफी कम हो गई है, ऐसे में सभी दूकानदारों को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ सुबह 7 से 12 बजे दुकान खोलने की छूट देना चाहिए। यहा पक्षपातपूर्ण ढंग से आदेश कर रखा है। जिला प्रशासन एकतरफा कार्यवाही कर रहा है और आदेश निकाल रहा है। अलीराजपुर जिला प्रषासन की इस हठधर्मिता से सभी लोग हैरान और परेशान है।
उन्होने प्रभारी मंत्री से मांग की कि मनमानी और तानाशाही करने वाले जिला प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई करे। साथ ही जोबट एसडीएम और आलीराजपुर एसडीएम की निंदाजनक कार्यप्रणाली को देखते हुए उन्हें तत्काल हटाया जाए। कोविड-छूट का सभी दूकानदारों ओर व्यापारियों को लाभ मिलना चाहिए। यदि इसमें जिला प्रशासन को रूचि नही है तो फिर से संपूर्ण जिले में जनता कफर्यू या पूर्ण लाक डाऊन लगाने की कार्यवाही की जावे एवं छोटे व्यापारियों को कोरोना अवधि का राशनपानी का भुगतान करने का कष्ट करे। *ये थे‌ विशेष रूप से मोजुद*
इस दौरान जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष ओम शेठ, व्यापारी संघ के ललित जैन, सुरेश सारडा, धवल मोडिया, अशोक वाणी, युवा कांग्रेस के सोनू वर्मा, मंसूर नोबल, जीतू देवड़ा आदि मौजूद थे।