गणेश मंदिर में नन्दी ने पिया पानी

May

झाबुआ लाइव के लिए मेघनगर से भूपेंद्र बरमंडलिया की रिपोर्ट-
क्या पत्थर का बना नन्दी कभी पानी पी सकता है, क्या इस कलयुग में चमत्कार संभव है ? जी हां ये बात सोचने वाली हो सकती है, क्योकि वर्तमान को भगवान की आवष्यक्ता है ? हां शास्त्रों में यह कहा गया है, कि जब जब भी धरती पर अधर्म बढता है, तब तब किसी ना किसी ना रूप में भगवान धरती पर अवतरित होते है। अब ऐसा कैसे हो सकता है, ये समझ से परे है, क्योकि पूर्व में भी ऐसी घटना हो चुकी है, जब गणेषजी ने दूध ग्रहण किया था। ऐसा ही वाक्या गुरूवार रात स्थानीय श्री सिद्धीविनायक गणेष मंदिर में देखने को मिला जब भगवान षिवजी का नंदी भक्तो द्वारा पानी पिलाये जाने पर उसे पी रहा था। स्थानीय निवासी कुष अतुल गर्ग ने इस घटना को अपने मोबाईल कैमरे में भी रिकार्ड किया है। घटना की जानकारी मिलते ही बडी संख्या में आस्था और श्रद्धा में हिलौरे ले रहे भक्तो वहां पहुंचकर नंदी बाबा को चम्मच से पानी पिलाकर धर्मलाभ लिया।