कलेक्टर-एसपी ने किसानों को समझाकर हटाया चक्काजाम

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-स्टेट हाइवे पर 12 बजे तक रहा चक्काजाम.

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
स्टेट हाईवे-18 पर गुरूवार को सुबह 8 बजे से 12 बजे तक किसानों ने चक्काजाम किया। इस दरमियान कलेक्टर आशीष सक्सेना भी मौके पर पहुंचे। वहीं करवड़ में भी चक्काजाम किया गया जो कि एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बाद समाप्त हुआ। इस दरमियान लगातार किसान आंदोलन में ड्यूटी कर रहे एसडीओपी आरआर अवास्या का स्वास्थ्य बिगड़ा तो उन्हें पेटलावद अस्पताल लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के पश्चात उन्हें इंदौर रेफर किया गया। बुधवार रात्रि में किसानों द्वारा स्टेट हाईवे पर कोदली के समीप चक्काजाम किया जा रहा था, जहां कलेक्टर आशीष सक्सेना और एसपी महेशचंद्र जैन पहुंचे किसानों से चर्चा कर उनकी समस्याएं भी जानी तथा रात्रि में चक्काजाम हटाने के लिए उन्हें मनाया।
किसानों की थी यह मांगे-
इसके साथ गुरूवार को उनकी समस्या देखने के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ गांव कोदली पहुंचे, जिसमें मुख्य रूप से वन क्षेत्र से नील गाय किसानों के खेतों में आ जाती है और उनकी फसल को नुकसान पहुंचाती है जिसके लिए लगभग 5 किमी लंबी बाउंड्रीवाल की मांग की गई है जिसके लिए प्रस्ताव बनाने का कहा गया है। इसके साथ ही क्षेत्र में नहर निर्माण को लेकर भी समस्या आ रही है कुछ मकानों के आसपास ब्लास्टिंग करने को लेकर काम रुका हुआ है, जिसका भी जल्द निराकरण का आश्वासन दिया। इसके साथ ही बिजली वितरण संबंधी समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई जिसमें मुख्य रूप से किसानों का कहना था कि क्षेत्र में 5 दशक पुरानी लाइन डली हुई है जिसके पोल पुरी तरह से नष्ट हो चुके है जिस कारण बारिश में पोल कई बार गिर जाते है जिस कारण किसानों को खतरा भी रहता है। इसके लिए नवीन विद्युत लाइन का प्रस्ताव करें सहित अन्य मांगों को लेकर चर्चा की गई। इस पर कलेक्टर ने कहा कि स्थानीय प्रशासन स्तर की जो भी समस्या है उसका हम जल्द ही निराकरण कर देंगे। इसके साथ ही किसानों ने दोपहर 12 बजे तक स्टेट हाईवे पर चक्काजाम किया। जिसके चलते पुलिस प्रशासन से पेटलावद से ही वाहनों को अन्य रास्ते से निकालना प्रारंभ किया। इस कारण वाहनों की कतार नहीं लग पाई किंतु स्टेट हाईवे 12 बजे तक बंद रहा.
एसडीओपी का स्वास्थ्य बिगड़ा.
वहीं एसडीओपी का करवड़ में ड्यूटी के दौान स्वास्थ्य खराब हुआ,तो उन्हें पेटलावद अस्पताल में लाया गया, जहां डाक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया। कलेक्टर सक्सेना और एसपी जैन एसडीओपी से मिलने अस्पताल पहुंचे और डाक्टरों की सलाह पर उन्हें तुरंत इंदौर रैफर किया गया। किसान आंदोलन के चलते लगातार ड्यूटी करने से एसडीओपी का स्वास्थ्य बिगड़ा। डाक्टरों के अनुसार ब्लड प्रेशर बढ़ गया था प्राथमिक उपचार किया गया है और अन्यत्र रैफर किया गया.