प्रवर्तक श्री के मुखारविंद से बड़ी दीक्षा सम्पन्न

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रायपुरिया। बड़ी दीक्षा पांच महाव्रत पालने छः काय जी वों की यतना करने की सविस्तार विधि का पाठ है। जिससे संयमी को संयम जीवन में कैसे साधना कर आत्मा को साक्षी रख गुरु आज्ञा का पालन करते हुए कर्म को क्षय करते हुए उत्तरोत्तर मोक्ष मार्ग पर अग्रसर हो लोक के अग्रभाग सिद्ध शीला पर स्थापित होकर शाश्वत सुख पाने की विधि का पाठ बडी दीक्षा है। संयमी जीवन को प्रभु द्वारा बताए गए मार्ग दर्शन का पाठ है पांचों इंद्रियों के जीवो की रक्षा का पाठ है  उक्त बात आचार्य श्री उमेश मुनि जी महाराज साहब के बुद्ध पुत्र प्रवर्तक श्री जिनेंद्र मुनिजी महाराज साहब ने ग्राम रायपुरिया में नव दीक्षित संत श्री सुलभ मुनि जी महाराज साहब की बड़ी दीक्षा के अवसर पर आयोजित आयोजन में कही।

आपने कहानी के माध्यम से समझाया कि पांच महाव्रत धारी चार प्रकार के होते हैं। दीक्षा लेते हैं पर ठीक से पालन नहीं करते हुए छोड़ देते हैं। दूसरा मात्र दीक्षा लेकर खाना-पीना मान सम्मान पाने के लिए ले लेते है। तीसरे मात्र दीक्षा  पाठ का रक्षण भर करते हैं पर चौथे प्रकार के संयमी न सिर्फ अपने संयम जीवन का रक्षण करते हैं अपितु उसमें अभिवृद्धि भी करते हैं और अपने मोक्ष पाने के उद्देश्य में सफल भी हो जाते हैं।

अणु वत्स श्री  सयंत मुनि जी महाराज साहब ने कहा वर्तमान समय का जीव वक्र व जड़ है। इसलिए उसे संयम मार्ग पर चलने के लिए नियम कायदे ठोक बजाकर बताए जाते हैं ताकि उसका संयम लेना सार्थक, हो दीक्षा लेना अच्छा है सभी कहते हैं दूसरे की दीक्षा की अनुमोदना भी बहुत करते हैं पर सच्ची अनुमोदना तो तभी होगी जब स्वयं  में दीक्षा के भाव जगे और वह दीक्षा के रूप में परिणित भी हो।

 संयम प्रभावी का साध्वी श्री संयम प्रभा जी ने कहा संसारी जल थल नभ की यात्रा कर सुख मनाता है पर प्रभु ने चौथी  यात्रा  संयम की भी बताई है तीन यात्रा तो क्षणीक सुख देकर घर पहुंचा देती है पर संयम यात्रा तो ऐसे हाईवे मार्ग की यात्रा है जो मोक्ष मंजिल पर पहुंचा देती है और भटकने के लिए कभी वापस घर संसार में नहीं भेजती है। साध्वी समूह द्वारा नव दीक्षित के सम्मान में स्तवन थी प्रस्तुत किया गया आज 17 तारीख है और संयोग से रायपुरिया श्री संघ में प्रवर्तक श्री जिनेंद्र मुनि जी महाराज साहब संयत मुनि  महाराज ठाणा छः  साध्वी श्री संयम प्रभा जी महाराज साहब ठाणा सात साध्वी श्री सुवव्रता जी महाराज ठाणा चार कुल सत्रह साधु साध्वी की उपस्थिति का सयोंग  भी रहा , कार्यक्रम का संचालन श्री संजय मुथा   ने किया आभार अनिल मुथा ने माना आज के  आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष श्री राहुल भंडारी सहित कई लोगों का अमूल्य सहयोग रहा  साथ ही वरिष्ठ श्राविका अमृता भंडारी ने  सभा को सुन संबोधित करते हुए बड़े जोर शोर से वर्ष 2023 में रायपुरिया को परम पूज्य श्री सयत मुनि जी महा साहब का वर्षावास रायपुरिया को प्रदान करने की श्री संघ की विनंती आर्य की आज की बड़ी दिक्षा में डूंगर प्रांत सहित अन्य कई क्षेत्र से लोगों नै पधार कर आयोजन में चार चांद लगाया प्रमुख रूप से पेटलावद ,बामनिया, बदनावर जामली ,धार ,रतलाम, करवड, ईंदोर ,मेघनगर ,कुशलगढ़ ,बनी दाहोद, थांदला ,कल्याणपुरा, वर मंडल ,रतना खेड़ी  दाहोद आदि के लोग भारी संख्या में पहुंचे उक्त आयोजन पाटीदार समाज की धर्मशाला में आयोजित किया गया।