कांग्रेस का 14 वर्षीय वनवास का कार्यकाल अब पूरा होने को है, जनता का विश्वास हमारे साथ : सांसद भूरिया

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झाबुआ। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रिय सांसद कांतिलाल भूरिया ने आज स्थानीय सर्किट हाउस पर  पत्रकारवार्ता में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को आडे हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि विगत 14 वर्षो से लोकहित के कोई भी प्रभावी कार्य नहीं किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री तथा भाजपा शासन अपनी वाहवाही लूटने के लिये जनता के बीच हजाारों करोड़ों की योजनाओं की घोषणाएं कर आम लोगों को गुमराह किया जा रहा हैं। वहीं जो योजनाएं क्रियान्वयन की जा रही हैं, वो वोड बैंक के आधार पर इसका मूल्यांकन किया जा रहा है। कांग्रेस का 14 वर्षीय वनवास का कार्यकाल अब पूरा होने जा रहा हैं, जनता की आस्था एवं विश्वास कांग्रेस के प्रतिदिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा हैं, कोलारस, मंगावली, एवं लोकसभा विधानसभा के उप-चुनावों में कांग्रेस को जो जन समर्थन प्राप्त हो रहा हैं, उससे यह स्पष्ठ हो रहा हैं, कि आम मतदाता अब भाजपा के भुलाएं व भ्रम की राजनीति से भटकाव से दूर नजर आ रहा हैं। उक्त गंभीर आरोप लगाते हुए सांसद भूरिया ने पत्रकारवार्ता में कहा कि प्रदेश के एवं देश के युवाओं, श्रमिकों तथा भूमिहिन कृषकों के स्थाई रोजगार की दिशा में कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया हैं। वही शासकीय सेवा में रत कर्मचारियों के विभिन्न संगठन अपनी मांगों को लेकर अपना आक्रोश दर्शा रहे हैं, तो दूसरी और किसान एवं विद्याथी वर्ग भी शासन की गलत नीतियों का शिकार हो रहा है। प्रदेश में बिजली, पेयजल तथा प्रदूषण एवं बेरोजगारी की समस्याएं मुंह बाये खड़ी हुई हैं, परन्तु गांव में न ही हैंडपंप तथा विभिन्न जलाश्य सुखे की कगार पर हैं। बिजली की आंख मिचोली अपनी जगह बनी हुई हैं। मंडियों में किसानों द्वारा जो अनाज दिया गया था, उस भावंन्तर योजना का पर्याप्त रूप से किसान लाभान्वित नहीं हुए हैं, वहीं जिले के मेघनगर में बिजली क्षेत्र में उद्योग साय-साय कर प्रदूषण फैला रहे हैं, और उसके जहरीले प्रभाव का असर दूर-दूर तक ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच रहा हैं, इस दिशा में पिछली बार भी शासन व जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया परन्तु जिले के प्रभारी मंत्री और मुख्यमंत्री ने इस और कोई कार्य नहीं किया। किसानों को बिना बिजली के उपयोग के भारी भरकम बिल थमाये जा रहें हैं। सुरसा की तरह प्रदेश एवं मेरे संसदीय क्षेत्र में विक्राल रूप ले कर हैं। भारत सरकार को आडे हाथ लेते हुए भूरिया ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगो के अधिकारों तथा इनकी सुरक्षा की दिशा में कोई कदम नहीं उठाये जा रहे हैं, यहि कारण हैं, कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय में इससे संबंधित एक्ट पर जो टिप्पणी की है, वह केन्द्र सरकार की कमजोरियों तथा लापरवाही एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को सुरक्षा को अनदेखी करने का एक ज्वलंत उदाहरण हैं। कांग्रेस ऐसे मुद्दों पर इन लोगों के हक में खडे होकर उनके अधिकारों को दिलवाएगी। केन्द्र की मोदी सरकार ने यूपीए के कार्यकाल में चलाई गई मनरेगा योजना को बंदकर देश के करोडों मजदूरों के रोजगार के साथ खिलवाड किया है। इस कारण मजदूर लोगों अपने अपने प्रदेशों से दूसरे प्रदेशों में मारे-मारे भटक रहें हैं, और खानाबदोश जीवन व्यतित कर रहे हैं। पंचायतों के अधिकार क्षेत्रों में प्रशासनिक दखलअंदाजी से भी रोजगार के अवसर प्रभावित हुए हैं, वहीं विकास योजनाऐं पंचायतों में ठप्प सी हो गई हैं। सांसद भूरिया संसदीय क्षेत्र में एवीपी के बहारी छात्रों द्वारा स्थानिय छात्रों प्रताडि़त कर भाजपा के पक्ष में महोल बनाने का षडयंत्र बडता जा रहा हैं, और यदि जिला प्रशासन ने इस और अपनी गंभीरता नहीं दिखाई तो कांग्रेस के लोग भी अपने हक और अधिकारों को लेकर सडक़ पर आन्दोलन करने को मजबूर होगें । अंत में आपने कहा कि पूराने तहसील कार्यालय के पिछे कार्यालय की शेष अवशेष शासकीय भूमि जो अवैध रूप से रजिस्ट्री कर मनूभाई गडवी निवासी रूपाखेडा बडौदा को 6 दिसंबर 2017 को विक्रय कर दी गई हैं जो प्रथम दृष्ठिया शासकीय एवं भू माफिया का शडयंत्र स्पष्ठ रूप से दिख रहा हैं, इसी प्रकार अनास नही के किनारों पर भी शासकीय भूमि का लेन-देन कर भू-माफियाओं ने भारी भरकम आर्थिक लाभ अर्जित किया हैं, और आज वहां पर पक्के मकान भी बने हुए दिख रहें है। इस संबंध में मेने आज कलेक्टर आशीष सक्सेना, को भी अपने दल के प्रमुख लोगों के साथ जाकर ज्ञापन दिया हैं । इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की भी मांग की गई हैं। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया, नगर पालिका अध्यक्ष मनू बेन डोडियार, जिला कोषाध्यक्ष प्रकाश भट्ट, जिला कांग्रेस प्रवक्ता आचार्य नामदेव, हर्ष भट्ट, सांसद प्रतिनिधि आशीष भूरिया, मानसिंग मेडा, अविनाश डोडियार, रशीद कुरैशी, गोरव सक्सेना, रवि डोडियार, महेश पटेल, सरदार सिंह पटेल, सुनिल ठेपडिया, एवं अन्य कांग्रेस के पदाधिकारी उपस्थित थें ।