इस बार दस दिनों तक चलेगा शारदीय नवरात्रि का पर्व

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अलीराजपुर लाइव के लिए खट्टाली से विजय मालवी की रिपोर्ट-
भारतीय संस्कृति में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व है। नौ दिनों तक चलने वाली नवरात्र पूजा में दुर्गा के नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी एवं सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। आम तौर पर शारदीय नवरात्र नौ दिवसीय होती है। तिथि घटने पर कभी-कभी आठ दिन का भी हो जाता है, लेकिन इस बार शारदीय नवरात्र दस दिनों तक चलेगा। एक से 10 अक्टूबर को कलश स्थापन के बाद मां के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा होगी। 2 अक्टूबर को सुबह 5.53 बजे द्वितीय तिथि लग रही है, जो 3 अक्टूम्बर की सुबह 7.44 बजे तक रहेगा। सूर्योदय के बाद इसके खत्म होने के कारण पूरा दिन द्वितीय तिथि मानी जायेगी। दो दिनों तक मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना होगी। इसी कारण नवरात्र दस दिनों का हो रहा, जो 10 अक्टूम्बर को संपन्न होगा।
नवरात्र का बढऩा होता है शुभ
पंडित रामचन्द्र शर्मा के अनुसार आमतौर पर नवरात्र नौ दिनों की होती है। कभी कभी तिथि घटती-बढ़ती है। नवरात्र का बढऩा शुभ माना जाता है। बढ़ी हुई नवरात्र जन-धन व व्यापार के लिए विशेष फलदायी होता है। संतान सुख की प्राप्ति के बढ़े नवरात्र में पूजा करने का विशेष महत्व होता है। यह सुख-शांति व समृद्धि का सूचक है।