ग्राम पंचायत में सचिव नहीं होने से ग्रामसभा भी नहीं हो सकी

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आम्बुआ। आलीराजपुर जिले की एक बड़ी ग्राम पंचायत विगत महीने से ग्राम पंचायत सचिव के नहीं होने के कारण विभिन्न समस्याओं से जूझ रही है। 26 जनवरी को होने वाली ग्रामसभा भी इसी कारण से नहीं हो सकी, जिस कारण ग्रामीणों की विभिन्न समस्याएं  हल नहीं हो सकी। सचिवों के स्थानांतरण ग्राम पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद किए थे, अधिकांश सचिव अपने स्थापना स्थल पर जा चुके हैंं मगर कुछ अपनी समस्याओं के कारण अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं कर सके। जिस कारण उन पंचायतों का विकास कार्य रुका पड़ा है। पंचायत प्रशासन को अति शीघ्र व्यवस्था सुधारना जरूरी माना जा रहा है।

हम बात कर रहे हैं आम्बुआ पंचायत की। यहां स्थानांतरित किए गए सचिव भी अपनी व्यक्तिगत परेशानियों के कारण आम्बुआ नहीं आना चाहते हैं। इधर प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है। अभी हाल ही में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर होने वाली ग्राम सभा की बैठक भी सचिव के उपस्थित नहीं होने के कारण नहीं हो सकी। ग्राम सभा में ग्रामीण अपनी विभिन्न समस्याएं रखते हैं तो शासन प्रशासन की ओर से जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी उन योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को कैसे और कब मिलेगा यह सचिव द्वारा उपस्थित ग्राम सभा सदस्यों को दी जाती है। ग्राम पंचायत आम्बुआ विस्तृत क्षेत्र होने से पंचायत सचिव, रोजगार सहायक आदि की उपस्थिति जरूरी मानी जाती है मगर सचिव के नहीं होने से कस्बा तथा ग्रामीण रहवासी परेशान होकर विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं।

इनका कहना है 

आम्बुआ ग्राम पंचायत में जिस सचिव की नियुक्ति की गई है उसके परिवार में परिजन बीमार होने से वह अपना कार्यभार नहीं संभाल पाए हैं। मेरी उनसे चर्चा हुई है वह दो-चार दिन में आम्बुआ ग्राम पंचायत का कार्यभार संभाल लेंगे। 

मनीष भंवर, सीईओ जनपद पंचायत आलीराजपुर