अजगर ने जंगल में चर रही बकरी को पकड़ा, बकरी की मौत

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ

बरसात का मौसम तथा खेतों जंगलों में खरपतवार जंगली झाड़ियां तथा बढ़ती फसलो ऊंची ऊंची घास के बीज जंगली जानवर तथा जहरीले जीव जंतुओं की भरमार हो जाती है तथा यह पालतू जानवरों एवं मनुष्य को भी शिकार बना देते हैं। ऐसी ही घटना ग्रामीण क्षेत्र मोटाउमर तथा बड़ी जुवारी के बीच हुई जहां खेत में पास के जंगल में एक विशाल अजगर ने बकरी को पकड़ लिया जिसे ग्रामीणों ने छुड़ाया मगर तब तक बकरी मर चुकी थी सूचना पर वन विभाग के अमले ने अजगर को पकड़ कर जंगल में छोड़ा।

6 सितंबर की शाम लगभग 7 बजे ग्रामीण क्षेत्र मोटाउमर निवासी सरपु बघेल ने दूरभाष पर सूचना दी कि ग्राम मोटाउमर बड़ी जुवारी के मध्य सीमा पर स्थित मोबाइल टावर के पास लगभग शाम 5 बजे एक विशाल अजगर ने घास चर रही बकरी को पकड़ लिया तथा उसे निगलने का प्रयास कर रहा था कि ग्रामीणों ने जैसे-तैसे कर बकरी को छुड़ाया। मगर तब तक अजगर की जकड़ के कारण उसकी मौत हो गई, अजगर और बकरी को नुकसान न पहुंचाए इस बाबत उसने मोबाइल किया। हमारे प्रतिनिधि ने स्थानीय वन विभाग एवं जोबट वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी उसके बाद वन विभाग का अमला जिसमें भूरसिंह चौहान, हीरालाल बामनिया, दीपक सोलंकी तथा जीतेंद्र जमरा रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे तथा विशाल (लगभग 15 फीट) एवं भारी अजगर को पकड़कर सुदूर जंगल में छोड़ देने की खबर है। क्योंकि वन विभाग के नियम अनुसार किसी जानवर द्वारा पशु या मनुष्य को हानि पहुंचाने पर विभाग की ओर से मुआवजा देने का प्रावधान है। इस कारण अजगर द्वारा बकरी मारे जाने पर बकरी मालिक रूपसिंह पानसिंह भील  को कोई राशि नहीं दी जाएगी। स्मरण रहे कि कुछ वर्षों पूर्व बड़ी जुवारी क्षेत्र में एक बालक को अजगर ने पकड़ लिया था जिसे ग्रामीणों ने छुड़ा तो लिया था मगर बालक की मृत्यु हो गई थी। यह क्षेत्र अजगर बाहुल्य क्षेत्र कहा जा सकता है ग्रामीणों में दहशत बनी रहती है।