भूपेंद्र बरमण्डलिया@मेघनगर
गुरुवार 23,अप्रैल से दाऊदी बोहरा समाज के रमजान की शुरुआत हो गए है। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में महामारी से संपूर्ण विश्व जूझ रहा है,कमोबेश विश्व का हर देश महामारी से छुटकारा पाने के लिए लॉकडाउन का पालन कर रहा है, भारत भी इससे अछूता नहीं है। दाऊदी बोहरा समाज भी अनुशासित तरीके से लॉक डाउन का पालन कर रहा है।
समाज के 53वे धर्मगुरू डाॅ.सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब(त.उ.श.) के मार्गदर्शन में समाज ने संपूर्ण रूप से अपने आप को घरों में सीमित कर, इंटरनेट के माध्यम से जोङ लिया है, सारी धार्मिक व सामाजिक गतिविधियों का संचालन स्मार्ट फोन पर एप और प्रत्यक्ष जुङाव द्वारा हो रहा है। पांचों वक्त की नमाजो के अरकानो की पाबंदी का निर्धारित प्रारूप के अनुसार संचालन और दुआओं का ओनलाईन प्रस्तुतिकरण लॉक डाउन के प्रावधानों के सुचारू पालन में मदद कर रहा है। प्रति दिन रात को आनलाईन मज़लिस में विश्व भर के बोहरा जाकेरीन उपलब्ध होते हैं।
रमजान के पवित्र माह के महत्व के मद्देनजर सारी तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। प्रत्येक बोहरा परिवार को रमजान के रोजे व अन्य जरूरत के मद्देनजर खाद्यान्न सामग्री,सेहरी, इफ्तारी का सामान घरों पर पहुंचा दिया गया है । लॉक डाउन के चलते मस्जिदों मे इकट्ठे होने का प्रावधान समाप्त कर हर बोहरा सदस्य अपने घर पर नमाज़ पढे और इमामत करें उसकी पूरी व्यवस्था की गयी है । सैमीनार के जरिए रमजान की पाबंदियों,रोजे की पाबंदी व दुआओं के पढ़ने का प्रशिक्षण सभी बोहरा भाईयों को दिया गया है। सैयदना साहब और उनके पूर्वज से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परंपरागत संबंध रहै हैं। 24 सितम्बर 2017 को प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ इंदौर के मोहर्रम में हजरत इमाम हुसैन की शहादत की मजलिस में शामिल हुए थे। PMCARE FUND में भी सैयदना साहब की ओर से 53 करोड़ रुपये का योगदान दिया गया है। दाऊदी बोहरा समाज जिसमें लगभग शत-प्रतिशत व्यापारी हैं, शत-प्रतिशत साक्षरता व संगठित अनुशासित प्रबंधन है । दाऊदी बोहरा समाज मिश्री कैलेन्डर का अनुसरण करते हैं।
सामान्यतः शुक्ल पक्ष की एकम को बोहरा समाज के कैलेंडर की पहली तारीख होती है,यानी अमावस्या के दुसरे दिन। इस अनुसार गुरुवार रमजान की पहली तारीख है,और बोहरा समाज का पहला रोजा रखा गया। उक्त जानकारी दाऊदी बोहरा समाज मेघनगर के अध्यक्ष वाली मुल्ला अली असगर ने दी है।
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