37 भवनों काे जमींदोज किया, आगामी दिनों में यह कार्य निरंतर जारी रहेगा : कलेक्टर 

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आलीराजपुर। कलेक्‍टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर ने बताया कि बच्‍चों की सुरक्षा एवं  शिक्षा का उचित माहौल प्रदान करना प्रशासन का मुख्‍य उद्देश्‍य है जिसके लिए जिला प्रशासन हर मुमकिन कोशिश कर रहा है ताकि बच्‍चों को शिक्षा के लिए एक सुरक्षित स्‍थान एवं  स्वच्छ वातावरण मिल सके  इसके लिए जिले में युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है ताकि आगामी सत्र में बच्‍चे बिना किसी परेशानी के शिक्षा प्राप्त कर सकें ।

उन्होंने बताया कि कुछ दिवस पूर्व सामाजिक संगठन द्वारा अवगत कराया गया था कि जिले में कई शासकीय भवन जर्जर हालत में है जहाँ अभी भी कक्षा या आंगनबाड़ियों का संचालन किया जा रहा है । इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विभाग द्वारा समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को सूची उपलब्‍ध कराई गई और निर्देश दिए गए समस्त विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी  का भौतिक सत्यापन करें और अनुउपयोगी भवन जो कि जर्जर हालत में जहॉ कक्षा या आंगनबाड़ी  का संचालन नहीं हो पाएगा उन भवानों को तुरंत जमींदोज करें । साथ ही विद्यालयों में शौचालयों की स्थिति का भी जायजा लेवे । जरूरत पड़ने  पर नवीन शौचालय का निर्माण के लिए संबंधित संस्था प्रभारी को निर्देशित करें ।

इसके लिए जिला एवं समस्त अनुभाग में युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है समस्त अनुभाग अलीराजपुर 7 , जोबट 2,  उदयगढ़ 3 , कट्ठीवाड़ा 9 , सोण्डवा 14, , भाबरा-2 अभी तक कुल 37 भवानों को चिन्हित कर जमींदोज का कार्य किया जा चुका है और  जो भवन शेष है उन्हें भी जल्‍द से जल्‍द जमींदोज किया जाएगा । इसी तरह जीर्ण-शीर्ण 129 आंगनवाडी भवनो को डिस्मेंटल के लिए भी निर्देशित किया गया है । 

इस दौरान कलेक्टर ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी को निर्देशित किया है कि भ्रमण के दौरान समस्त विद्यालयों का निरीक्षण करें जहां छत टपकने की समस्या है या अन्य किसी प्रकार की मरम्मत की जरूरत है उन्हें भी आगामी सत्र के प्रारंभ होने के पूर्व दुरुस्त कराए और संबंधित संस्था प्रभारी से मरम्‍मत से संबंधित कोई कार्य शेष नहीं है  यह प्रमाण पत्र भी लेना सुनिश्चित करें ।

इस दौरान उन्होंने बताया कि छत में पानी रिसाव की समस्या को दूर करने के लिए एक विशेष जलरोधीकरण (वॉटरप्रूफिंग)  बुलाया गया है,  जिसका उपयोग जिले की 200 विद्यालय भवन पर की छत पर जलरोधीकरण एवं सीमेंट को मिलाकर सतह पर लेपित कर किया जाएगा , जिससे आने वाले 5 वर्ष तक भवनों की छत को पानी से सुरक्षित रखा जा सकता है । आगामी 15 दिवस तक समस्त प्रकार के मरम्‍मत के कार्य पूर्ण किए जाएंगे । बच्‍चों की सुरक्षा के लिए यह एक महत्वपूर्ण कार्य है जिससे जल्‍द से जल्‍द पूर्ण किया जाएगा।

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