झाबुआ। अंतरराष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस के अवसर पर सेवा निवृत्त कमिश्नर आशीष सक्सेना ने कहा भारत देश में झाबुआ की चमक काफी गहरी है। झाबुआ जिले को राष्ट्र में अनुपम सेवाओं के कारण जाना जाता है। जिले को अधिक मतदान करने, वृद्ध जन लोगों की सेवा करने, दहेज दापा जैसी अनेक विषय वस्तुओं पर राष्ट्रीय स्तर पर काम करने के लिए पहचाना जाता है। जिले के लोगों में वह ताकत है जिससे सभी समस्याओं को सुगमता के साथ हल किया जा सकता है।
सक्सेना ने कहा कि जिले में अपार संभावनाएं हैं और यहां के वृद्ध जन आंतरिक रूप से काफी मजबूत है और नई क्रांति के लिए काम कर सकते हैं 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस सामाजिक महासंघ झाबुआ के तत्वाधान में सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, जिला प्रशासन, जिला पेंशनर्स एसोसिएशन एवं वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के सहयोग से धूमधाम के साथ मनाया गया। जिले के लगभग 85 वृद्ध जनों का सम्मान मोमेंटो साल एवं गमछा ओढ़कर किया गया सम्मान पाने वालों में झाबुआ से सटे बाड़ कुआं गांव की महिलाएं काफी खुश नजर आ रही थी वह इस आयोजन में आकर काफी प्रसन्न हुई इस आयोजन की एक खासियत यह भी रही की कई वृद्ध जन दोस्त जो बरसों बाद एक दूसरे से मिले वह अपनी पुरानी यादों को ताजा करने से नही चुके सबसे बड़ी आयु की वृद्ध जन श्रीमती सोनटके 94 वर्ष को भी सम्मानित किया गया वह व्हीलचेयर पर चलकर सम्मान लेने कर कार्यक्रम स्थल पर पहुंची।
इस अवसर पर झाबुआ ए,डी,एम एस एस मुजाल्दे , मुख्य नगर पालिका अधिकारी जाबीर खान,सोनिया सक्सेना, जिला परियोजना समिति स्वीप प्लान ज्ञानेंद्र ओझा, इतिहासकार डॉक्टर के के त्रिवेदी, वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश सक्सेना, सेवानिवृत्ति सहायक संचालक सुभाष त्रिवेदी, उपसंचालक सामाजिक न्याय विभाग श्री पंकज साल्वे, दधीचि देहदान समिति इंदौर के नंदकिशोर जी व्यास, मानवाधिकार परिषद के अध्यक्ष दयाराम मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।
