महिलाओं ने लगाए आरोप- मिलीभगत कर अपात्र को दे दिया मत्स्य पालन का पट्टा

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
01 27-02-2016अधिकारियों की मिलीभगत, राशि की लेन देन में नेताओं की मिलीभगत होने का आरोप लगाते हुए ग्राम गोठानिया खुर्द की महिलाओं ने शनिवार का मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी के माध्यम मे सौंपा जिसमे बताया कि पात्र लोगों का हक छीनकर अपात्रों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार ग्राम गोठानिया में एक तालाब है जहां पर मत्स्य पालन किया जाता है, जो की जनपद पंचायत की एक टीम तय करती है जिसके नियम भी होते है जिसमे ग्राम की समिति को प्राथमिकता दी जाती है। किन्तु ग्राम गोठानिया की ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि इस कार्य में जनपद पंचायत के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा मिली भगत कर अपात्र लोगों को पट्टा दिया जाता है, जबकि इस ग्राम का समूह है। जिसको रोजगार की आवश्यकता है, उन्हें पट्टा देना चाहिए।
8 बार बैठक में भी निर्णय नहीं
समिति की बैठक 8 बार हो चुकी है किन्तु निर्णय नहीं हो पा रहा है। आखिर अधिकारी निर्णय क्यों नहीं ले पा रहे हैं। समिति के पास पात्र तीन आवेदन है जिसमे से दो ग्राम गोठानिया के है तथा तिसरा अन्य ग्राम का है ग्रामीणों का कहना है की निर्णय कर ग्राम की दो संस्थाओं में से किसी एक को भी मत्स्य पालन का पट्टा देते कोई परेशानी नहीं है। किन्तु 8 बार बैठक कर निर्णय नहीं लिया जा रहा है। आखिर क्या मजबूरी है।
ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि डूब मे हमारी भूमि गई है। जिस कारण यहां मत्स्य पालन का अधिकार हमारा ही है। पूर्व में हमसे वादा किया गया था। यहां मत्स्य पालन इसी गांव के लोगों को करने दिया जाएगा। किन्तु अब ऐसा नहीं हो रहा है। वर्ष 2015 मे भी हमारे द्वारा विधिवत आवेदन किया गया था। किन्तु जनपद पंचायत मे मनमानी करते हुए दूसरों को पट्टा दे दिया था। इस बार यदि पुन: ऐसा होता है तो हम ग्रामीण आंदोलन करेगें।
ग्रामीणों की जुबानी
8 बार बैठक करने के बाद भी आज तक कोई फैसला नहीं ले पा रहे अधिकारी आखिर हम गरीबो का क्या होगा।
– भूरी तेजू भाभर, ग्रामीण गोठानिया

अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की मिली भगत से ग्रामीणों का हक मारा जा रहा है तथा अपात्रों को लाभ पंहुचाया जा रहा है। सारा का राशि की लेने देने से हो रहा है।
-अजय पंवार, ग्रामीण गोठानिया

जिम्मेदार बोल-
हमारे द्वारा समिति बनाई गई है जो बैठक कर निर्णय देगी। इस संबध में कृषि विस्तार अधिकारी मुणिया को प्रभारी बनाया है। जो भी निर्णय होगा नियमानुसार लिया जाएगा।  -वीरेन्द्र सिंह रावत, सीईओ पेटलावद

अधिकारीयो के निर्देश पर आज 27 फरवरी की बैठक आयोजित की गई थी। किन्तु गोठानिया तालाब को लेकर विवाद की स्थिति थी। जिस कारण आज कोई फैसला नहीं हो पाया। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जा रही है। आगे बैठक मे जो निर्णय होगा उस पर अमल किया जाएगा।
– मुणिया, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी कृषि विभाग 

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