कबड्डी में थांदला महाविद्यालय की टीम ने झाबुआ को हराकर बना चैम्पियन

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रितेश गुप्ता थांदला

आज के समय में शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में जैसे साहित्यिक-सांस्कृतिक एवं खेल आदि में भी पारंगत होकर बहुमुखी प्रतिकार को विकसित करना आवश्यक है। जीवन में खेलों का बहुत महत्व है। खेल शिक्षा के साथ खेल भी महत्वपूर्ण है। उक्त विचार महाविद्यालय में आयोजित जिला स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में जनपद अध्यक्ष गेंदाल डामोर ने कहें। समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. पीके संघवी ने महाविद्यालय के प्रगति प्रतिवेदन को प्रस्तुत किया। उन्होने ने बताया कि महाविद्यालय में विगत दो वर्षो में आयोजित विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यो का उल्लेख किया महाविद्यालय के भूतपूर्व विद्यार्थीए पत्रकार एवं समाजसेवी श्री अक्षय भट्ट ने खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल नई ऊर्जा का संचार करते है टीम भावना विकसित होती है जो जीवन में विभिन्न क्षेत्रों में सफलता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वहीं क्रीड़ा प्रभारी डॉ. पीटर डोडियार एवं अतिथि क्रीड़ा अधिकारीविजय देवल ने बताया कि जिला स्तरीय कबड्डी प्रतिस्पर्धा में जिले की झाबुआ, राणापुर, थांदला व पेटलावद की टीमों ने सहभागिता की। पहला मैच थांदला-पेटलावद के बीच खेला गया जिसमें थांदला विजयी रहा तथा दूसरा मैच झाबुआ-राणापुर के बीच हुआ जिसमें झाबुआ विजयी रहा तीसरा एवं फाइनल मैच थांदला.झाबुआ के बीच हुआ जिसमें थांदला महाविद्यालय विजयी रहा। चारों टीमों से श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 12 खिलाडियों का चयन किया गया जो संभाग स्तर प्रतियोगिता धार में आयोजित होगी वहा पर प्रतिनिधित्व करेगें। खेल प्रतियोगिता में मुकेश भूरिया, योगेश भूरिया ने मैच रेफरी रहे। कार्यक्रम में महाविद्यालयीन स्टाफ सहित बडी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

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