मीडिया से संवाद कर डॉक्टर्स की टीम ने कहा- खसरा रूबेला कॉम्पैन 15 जनवरी से 21 फरवरी तक, क्षेत्र के 83 हजार बच्चों को टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित

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रितेश गुप्ता/अब्दुल वली पठान, थांदला
खसरा रूबेला बीमारी से रोकथाम के लिए आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने रामेश्वर मंदिर में मीडिया के समक्ष बैठक रख विभिन्न प्रकार की जानकारियां दी गई। इस दौरान शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कमलेश परस्ते, बीएमओ डॉ.हरिओम गुर्जर के मार्गदर्शन में बैठक रखी गई। इस दौरान डॉ. परस्ते ने बताया कि खसरा रुबेला एमआर कॉम्पेन 15 जनवरी से लेकर 21 फरवरी तक शुरू किया गया है इस दौरान 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों को इस टीकाकरण में शामिल किया गया है। डॉ. परस्ते ने कहा कि खसरा रूबेला का टीका पुराने वैक्सीन पर ही आधारित है। यह टीके के लिए 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को इसलिए चुना गया है कि यह बीमारी का हमला इन बच्चों पर सर्वाधिक पाया गया है। उन्होंने थांदला क्षेत्र के करीब 83 हजार 463 बच्चों को यह टीके लगाए जाएंगे और इसका पहला चरण मंगलवार से शुरू हो गया जहां प्रथम में स्कूलों को चुना गया है क्षेत्र के 44 हजार 815 बच्चों को टीके लगाएं जाएंगे। इसके बाद आंगनवाड़ी केंद्रों पर खसरा और रूबेला के टीके लगाएं जाएंगे।
खसरा रूबेला टीकाकरण से यह होंगे लाभ-
मीडिया को जानकारी देते हुए डॉ. परस्ते व डॉ. गुर्जर ने बताया कि खसरा एक जानलेवा बीमारी है जो बच्चों में अपंगता और मृत्यु के कारण बनती है। खसरा के संक्रमण से बीमार व्यक्ति को खांसने और छींकने से फैलता है। इस बीमारी से प्रभावित बच्चे निमोनिया, दस्त और दिमागी संक्रमण जैसी परेशानी से जूझना पड़ता है। डॉ. गुर्जर ने बताया कि उक्त बीमारी के संक्रमण से तेज बुखार के साथ त्वचा पर दिखाई पडऩे वाले लाल चकते होती है और नाक बहती है तथा आंखे लाल हो जाती है।
वहीं गर्भावस्था में रूबेला रोग होने से स्त्री के भू्रण और नवजात शिशुओं के लिए काफी घातक होता है इस बीमारी के संक्रमण से शिशु में आंखों के रोग ग्लूकोमा, मोतियाबिंद, बरहापन, मानसिक मंदता व दिल की बीमारियां से ग्रसित हो जाता है। अत: डॉक्टर्स की टीम ने गर्भवती माताओं को टीकाकरण लगाने की बात कही। वहीं डॉ. परस्ते ने कहा कि खसरा रूबेला टीकाकरण से बच्चों में निमोनिया, दस्त, दिमागी बुखार नहीं होता है। इस मौके पर पत्रकार सुधीर शर्मा, कादर शेख, जमील खान, माणकलाल जैन, अब्दुल वली पठान, चंदू प्रेमी, रितेश गुप्ता, कमलेश तलेरा, समकित तलेरा, पवन नाहर आदि मौजूद थे।

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