हर्षित अग्रवाल “सायबर सुरक्षा के विश्व सम्मेलन” सेनफ्रांस्सिको में आज अपना रिसर्च प्रस्तुत करेंगे 

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मयंक गोयल@राणापुर

आदिवासी बाहुल झाबुआ जिले के रानापुर नगर के होनहार युवा और पूणे वि.वि. के एम.आई.टी. एकेडमी आफ इंजिनियरिंग में कम्प्युटर साईंस (अंतिम वर्ष) का प्रतिभावान छात्र हर्षित अग्रवाल अपने साथी हिमांशु मेंहता के साथ सायबर सुरक्षा के विश्वस्तरीय सम्मेलन सेनफ्रांस्सिको में 6 मार्च को भारतीय समयानुसार शाम 6.50 बजे से 50 मिनट तक अपने रिसर्च पर वक्तव्य देंगे एवं विभिन्न डिवाईस के माध्यम से लाईव प्रदर्शन करेंगे। हर्षित अग्रवाल अपने इस रिसर्च में सेटेलाईट हेकिंग , जीपीएस, कार , स्मार्ट होम जैसी टेक्नोलोजी को चुटकी बजाते ही कैसे हैक किया जा सकता है , इसे दुनिया के सामने रखेंगे ।
हर्षित अग्रवाल सिक्योंरिटी रिसर्चर होकर डेव आप्स कंपनी यूएसए से जुड़े है । और इन्है अमेरिका , फ्रांस , यूके और सिंगापुर के सम्मेलनो में स्पीकर के रूप में आमंत्रित किया गया है । वर्तमान में वे एमआईटी एकेडमी ऑफ इंजिनियरिंग पूणें में अपने अंतिम वर्ष की पढ़ाई के साथ साथ सायबर सुरक्षा के प्रति उत्साहित छात्रों की एक टीम का भी मार्गदर्शन कर रहै है। उन्हे आईआईटी मुम्बई ने अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया हुआ है। सुरक्षा शोधकर्ता प्रोग्रामर और डेवलपर हर्षित ने बताया कि अमेंरिका के सेनफ्रांसिस्कों शहर में आयोजित हो रहै इस विश्वस्तरीय सम्मेलन में दुनिया भर के 155 देशो के करीब पचास हजार से ज्यादा सायबर सुरक्षा क्षैत्र से जुड़ी जानी मानी हस्तियॉ और विश्व की आई.टी. क्षैत्र की कोई 650 से अधिक कंपनियॉ भाग ले रही है । यह सम्मेलन 4 मार्च से 8 मार्च तक आयोजित हो रहा है । और इसे आरएसए कांफ्रेस में नाम से दुनियाभर में जाना जाता है । जो कि प्रतिवर्ष अपने निर्धारित क्रम से संयुक्त राज्य अमेंरिका ,युरोप , एशिया , और संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित होते है ।
उन्होने बताया कि इंटरनेट आफ थिंग्स (प्व्ज्) के जरियें कई प्रकार की प्रोद्योंगिकियों ओर उपकरणों को एक साथ जोड़ा जा सकता हे। नेटवर्कींग के विकास की एक बड़ी सफलता है । जिसमें तकनीक का इस्तेमाल कर सभी गेजेट्स और इलेक्ट्रानिक उपकरणों को इंटरनेट के माध्यम से आपस में जोड़ने में किया जाता है । उन्होने बताया कि वर्ष 2019 के अंत तक वैश्विक (प्व्ज्) बाजार 1.7 ट्रीलियम अमेरिकी डालर से अधिक होने का अनुमान है । जिसमें दुनिया भर में इससे जुड़े उपकरणों की संख्या कोई 20.33 बिलियन तक पहुॅचने की संभावना है। इस स्थिति में सायबर अपराध व उसके दुरूपयांग का खतरा भी निरंता बड़ता चला जा रहा हे । और इसी के मद्देंनज़र यह वैश्विक सायबर सुरक्षा सम्मेलन आयोजित होते है ।
हर्षित अग्रवाल ने अपनी इस यात्रा में स्टेनफोर्ड युनिवर्सिटी के साथ ही गुगल और एप्पल जैसी कंपनियों में भी विजिट की है । साथ ही इनकों नासा , एम्स रिसर्च सेंटर सेनफ्रांसिस्कों ने अपना सदस्य नियुक्त किया है। हर्षित अग्रवाल की इस उपलब्धि पर एम.आई.टी. एकेडमी आफॅ इंजिनियरिंग पुणें के प्रिंसीपल भालेराव , विभाग प्रमुख जैन , मेडम कोठा सहित पुणे वि.वि. की और से ललित पंवार सहित नगर के अनेको प्रतिष्ठित व गणमान्य नागरिकों पत्रकारों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हूए उन्हे बधाई दी है।

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