विश्व आदिवासी पर समाजजनों ने लिया संकल्प : एकता समभाव व परस्पर सहयोग कर सभ्यता व संस्कृति की करेंगे रक्षा

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मयंक गोयल, राणापुर

अनाज मंडी प्रांगण में पर आदिवासी दिवस के अवसर पर आम सभा की गईं एवं नगर में धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई। कार्यक्रम में सर्वप्रथम आदिवासी समाज के महापुरुषों को माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये गये। वही सर्वप्रथम समाज के वरिष्ठ स्वागत भाषण में सुनीता अजनार,डॉ विक्रम डामोर,ने अपने उद्बोधन में कहा कि आदिवासी दिवस न केवल मानव समाज के एक हिस्से की सभ्यता एवं संस्कृति की विशिष्टता का द्योतक है, बल्कि उसे संरक्षित करने और सम्मान देने के आग्रह का भी सूचक है. भानु भुरिया ने आदिवासी समुदायों की भाषा, जीवन – शैली, पर्यावरण से निकटता और कलाओं को संरक्षित और संवर्धित करने के प्रण के साथ आज यह भी संकल्प लिया जाए कि अपनी आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में उनके साथ कदम-से-कदम मिला कर चला जाए। वही समाज के अपसिह वसुनिया ने अपने संबोधन में कहा कि इन पहलुओं को रेखांकित करते हुए आज की यह विशेष प्रस्तुति में आदिवासी अस्तित्व का सवाल हैं औऱ हमारे सामाजिक कार्यकर्ता धूमधाम से विश्व आदिवासी दिवस मना रहे हैं, तब हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम आदिवासी-मूलवासी लोगों की दशा और दिशा की ईमानदारी से समीक्षा करें।

पारंपरिक वेशभूषा व तीर-कमान के साथ ढोल-मांदल की थाप पर निकाली

आदिवासी समाज द्वारा विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया।
जोबट नाके से हुई राणापुर नगर में मुख्य मार्गो से होते हुए अनाज मंडी में सभा का भी आयोजन हुआ रैली के दौरान पारंपरिक वेशभूषा व तीर-कमान के साथ ढोल-मांदल की थाप पर निकाली रैली राणापुर स्थित अनाज मंडी के प्रांगण में समाज के वरिष्ठ नेता व अधिकारियों के एव समाजसेवी सभी समिति के सदस्य गण प्रथम टँत्या भील के श्रीचित्र पर पुष्प माला अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुवात में सर्वप्रथम भाषण ने नपाध्यक्ष सुनीता अजनार ने बताया कि बच्चों को भक्ति करनी होतो सबरी माता और दान करना होतो एकलव्य जैसे ऐसे महान बनो,उसवक्त विक्रम भुरिया ने बताया कि समाज को कभी भी नही भूलना चाहिए समाज से बढ़ कर कोई नही है सभी युवाओ को बताया कि हर ग्राम के युवा पढ़ लिख कर ग्राम काम नाम रोशन कर ओर समाज मे कुरीतियों को दूर करे कि सलादी,कैलाश डामोर , भानु भुरिया आदि वक्तों ने अपनी बात रखी अंत मे भोजन प्रसाद भी वितरित किया, संचालन दीवान भुरिया ने किया आयोजन समिति के दीवानसिंह भूरिया, नीलेश परमार, खीमा भूरिया व नवलसिह सिंगाड़ आशीष भाभोर, मानसिंह अजनार,उपस्थित थे।
फ़ोटो :- 1. राणापुर में जुलूस के दौरान नाचते आदिवासी भाई।
2. आदिवासियों के उथान के लिए भाषण देते विक्रांत भूरिया
2. मंडी प्रांगण में बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे।