श्रीपाद स्पर्श महोत्सव में गुरुदेव के कारवां में शामिल हुए सैकड़ों भक्त

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हरीश राठौड़, पेटलावद
‘जय गुरू देवा सत्य गुरू देवा, सरस्वती नंदन स्वामी गुरूदेवा’ के कीर्तन के साथ जब गुजरात से आए सैकड़ों गुरूभक्तों का नगर के निलकंठेश्वर महादेव मंदिर पर आगमन हुआ। श्रीजी पाद स्पर्श महोत्सव निलकंठेश्वर महादेव मंदिर से फिर भक्तों का कारवा आगे बढ़ा तो एक खुली जीप में गुरूदेव की आकर्षक श्रंगार की हुई तस्वीर सब का मन मोह रही थी। वहीं भक्तगण वाद्य यंत्रों पर किर्तन करते हुए झूमते गाते नगर के मध्य से गुजरे तो संपूर्ण नगर का माहौल भक्तिमय हो गया। हर स्थान पर दर्शनार्थियों ने स्वागत किया और जुलूस नगर भ्रमण करता हुआ। मंदिर पहुंचा जहां पर एक बार पुन: भक्तों का स्वागत हुआ। इसके पश्चात महाआरती का आयोजन रखा गया। इस मौके पर थांदला वैंकुठ धाम के ट्रस्ट मंडल के सदस्यगण भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
3 दिवसीय अखंड कीर्तन का शुभारंभ.
21 मई सोमवार को अरूणोदय वेला से 72 घंटे के अखंड कीर्तन का शुभारंभ गुरूदेव की मंगल आरती के साथ हुआ, जहां पर भक्तों की चार अलग अलग टीमें बनाई गई है जो कि चार चार घंटे की पाली दिन में व चार-चार घंटे की पाली रात में करते हुए अखंड किर्तन का क्रम निरंतर जारी रखे हुए है। इसके साथ ही सोमवार को सुबह 9 बजे श्रंगार आरती और रात्रि 9 बजे महाआरती का आयोजन रखा गया। अखंड किर्तन प्रारंभ होने के साथ ही मंदिर पर दिन भर भक्तों का तांता लगा रहा। नगर सहित करड़ावद, टेमरिया, करवड़, रायपुरिया, झाबुआ, थांदला सहित अन्य स्थानों के भक्तों के आने का क्रम निरंतर जारी है।