सर्व हिंदू समाज के संगठनों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, धर्मांतरण कराने वालों पर कार्रवाई की मांग की

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जितेंद्र वर्मा, जोबट

सर्व हिंदू समाज के संगठन  के कार्यकर्ताओं ने ईसाई मिशनरियों पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम से एसडीएम जोबट को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में धर्म परिवर्तन जैसी घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की। मध्य प्रदेश  के मुख्यमंत्री मोहन यादव से सख्त कार्रवाई की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर आदोलन की चेतावनी दी है।

बताया जाता है कि  दिनांक 02/01/2024 मंगलवार को बिमारी ठिक करने के नाम पर लालच, प्रलभन, बहला फुसलाकर जोबट थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नेहतडा में धर्मांतरण किया जा रहा था जिसकी शिकायत नेहतड़ा पूर्व सरपंच विजय दौलतसिंह के द्वारा पुलिस को सूचना की गई। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने एक व्यक्ति अमरसिंह पिता गुलसिंह को  गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि विगत कई दिनो से आदिवासी अंचल में इस तरह कि गतिविधि में लिप्त रहकर धर्मातंरण करने का प्रयास करता रहा था। 

ज्ञापन में कहा जिले में अनेको स्थानो पर धर्मांतरण की अवैध गतिविधियो को संचालित करने वाले ईसाई संगठन पर तत्काल कड़ी कार्यवाही करते हुऐ उनकी चंगाई सभाओ को प्रतिबंधीत किया जाए व आदिवासीयों को बहला फुसला कर उनका धर्मातंरण आदिवासी क्षेत्र में  नही की जाए  तथा ईनकी चंगाई सभा होने से हिन्दु समाज आक्रोशित है जिससे कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है ।

मिशन अस्पताल में सेवा के नाम पर अवैध गतिविधि चल रही उस पर भी तुरन्त रोक लगाई जाए

ज्ञापन में बताया गया कि  जोबट नगर में संचालीत मिशन अस्पताल में सेवा के नाम पर अवैध गतिविधि चल रही उस पर भी तुरन्त रोक लगाई जाये क्योकि पूर्व में अवैध गतिविधियों के अंतर्गत सील हुआ था। मिशन अस्पताल जो शासकीय लीज पर दी गई। भूमि पर अवैध निर्माण किया गया है जिसकी उचित जाच की जावें वे आदिवासी सेवा समिति के नाम से संचाचिल वृद्वाश्राम व छात्रावास में भी धर्मातंरण गतिविधियों का न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन मे है वही ग्राम रामपुरा के नावेल इमानवेल के फार्म हाउस में भी अवैध धर्मातंरण की गतिविधियां हर रविवार को संचालित हो रही है। उस में भी रोक लगाई जावें मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम धारा के अतंर्गत नेहतडा से पकड़ा गया। आरोपी अमरसिंह पिता गुलसिंह एवं ईसाई मशीनरियों के प्रति कठोरतम कार्रवाही की जावें, ताकि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकें। साथ ही ऐसे लोगों पर देश द्रोही (रासुका) की भी कार्रवाही कर धारा लगाई जावें।