पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन ने शिक्षकों का मान बढ़ाया है, शिक्षक राष्ट्र निर्माता है : प्राचार्य पाल

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जोबट से सुनील खेड़े/हर्षित शर्मा की रिपोर्ट-
भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन ने शिक्षकों का मान बढ़ाया है शिक्षक का पद गरीमा का पद होकर सम्मानीय पद होता है। विद्यार्थियों को शिक्षक द्वारा दिए गए ज्ञान को कभी नहीं भूलना चाहिए, शिक्षक आजीवन सम्मानित होता है, माता-पिता पहली पाठशाला है, तो शिक्षक विद्यार्थी के उज्जवल भविष्य का निर्माण करता है। इसीलिए शिक्षक को राष्ट्रनिर्माता की संज्ञा दी गई है। ये विचार गायत्री शक्तिपीठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जोबट के तत्वावधान में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित सेवानिवृत शिक्षकों के सम्मान में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जोबट की प्राचार्य प्रितम पाल ने व्यक्त किए। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आयोजित कार्यक्रम में नरेंद्र वाणी एडवोकेट ने भी अपने विचार व्यक्त किये और विद्यालय की छात्र परिषद, संस्कृति मंडल,रेडक्रास समिति, विज्ञान क्लब के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों की शपथ विधि संपन्न करवाई। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा देवमंच पर पूजन अर्चन कर दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। अतिथियों का स्वागत उपप्राचार्य संजय परसाई, व्याख्याता वीनिता जोशी ने किया। छात्रा अमिता बघेल तथा हर्षिता बघेल ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। स्वागत गीत छात्रा शीतल गाडरिया, प्रियांशी बघेल, सविता चौहान ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर शिक्षा समिति के पदाधिकारी जयप्रकाश शर्मा के पिता स्व दिनेश चंद्र शर्मा सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक की पंचम स्मृति में प्रदत्त प्रतिक चिन्ह वह श्रीफल के द्वारा सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ शिवनारायण सक्सेना के साथ ही गेमलसिंह सोलंकी, भगवानदास, रामकृपाल सिंह चौहान, करणसिंह राठौर, मोहनलाल जैन, रणवंतसिह जाधव, राधेश्याम सोनी, गब्बुलाल वाणी, वालसिंह, जौहर सिंह भयडीया, नरेंद्र सिंह रावत, श्यामलाल भामदरे, हातिम अली खलीक, जयंतीलाल वाणी,किशनसिंह डावर, शांता जैन, शांता नाईक आदि का सम्मान किया गया। सेवानिवृत्त शिक्षकों के द्वारा अपने सेवाकाल के अनुभव व्यक्त किए। कार्यक्रम में शिक्षा समिति के उपाध्यक्ष संजय राठौड़ ए विद्यालय के समस्त शिक्षक कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन रागिनी पाटिल ने किया। प्राचार्य विकांता वर्मा ने आभार प्रदर्शन किया। शिक्षक रामसिंह चौहान द्वारा किए शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।