इस परिवार के बच्चो की बेबसी देखकर आप भी यकीनन दुखी हो जायेंगे ; अब अफसरों से लगाई गुहार

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अलीराजपुर Live के लिए ” जोबट से सुनील खेडे ” की EXCLUSIVE रिपोर्ट 

बेबसी इंसान से क्या क्या नहीं करवाती है ? अलीराजपुर जिले के जोबट कस्बे के तीन बच्चो के जीवन मे इन दिनों जो भी कुछ घट रहा है वह किसी त्रासदी से कम नहीं है ओर यह मासूम अब बेबसी में वह सब कदम उठाने को मजबूर हुए है जिन्हे उठाने की अमूनन अपेक्षा समाज या कानून नहीं करता । दरअसल 17 साल की शीतल बघेल अपने दो छोटे भाईयों के साथ विगत 10 महीने से एक अनोखी सजा काट रही है दरअसल शीतल के पिता ने उसकी मां अनिता का 17 जून 2017 को चाकूओ से गोदकर खून कर दिया था ओर शीतल को भी मारने की कोशिश की थी इस पर शीतल जोबट थाने पहुंची ओर अपने पिता के खिलाफ अपनी मां की हत्या करने ओर खुद को मारने के प्रयासों के आरोपों मे एफआईआर दर्ज करवाई । नतीजतन पिता सुरेन्द्र जेल चला गया ओर मां दुनिया से जा चुकी है शीतल तब से अपनी कच्ची झोपड़ी मे अपने दो छोटे भाईयों के साथ रहती है लेकिन अब उसकी झोपडी का एक हिस्सा बुरी तरह ढह चुका है ओर शेष कभी भी ढह सकता है ।

अब शीतल आने वाली बारिश के मोसम से आशंकित है कि अब वह क्या करेगी । अब शीतल की एक ही आस है वह यह कि पिता सुरेन्द्र के नाम पर स्वीकृत पीएम आवास कैसै भी बन जाये । इसलिए अब वह चाहती है कि पिता जेल से बाहर आ जाये क्योकि जो होना था वह तो आवेश मे हो चुका है मां लोट नहीं सकती ओर पिता जेल मे रहेंगे तो मकान कैसै बनेगा इसलिए शीतल ने न्यायालय मे होस्टाइल होकर बयान कर दिये है ओर कलेक्टर से बकायदा जनसुनवाई में आवेदन कर यह मांग भी की है कि अगर संभव हो तो पिता के नाम पर आये पीएम आवास को उसके नाम पर आवंटित कर दिया जाये । अब देखना है प्रशाशन क्या फैसला करता है ओर कब करता है ।