मालव माटी के संत, प्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य पंडित कमल किशोर जी नागर की श्रीमद्भागवत कथा 5 दिसम्बर से

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अर्पित चोपड़ा, खवासा

मालव माटी के संत, प्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य पंडित कमल किशोर जी नागर के मुखारविंद से होने वाली श्रीमद्भागवत कथा हेतु जोरशोर से तैयारियां शुरू हो गई है । आगामी 5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक खवासा के बामनिया रोड स्थित नवनिर्मित खेल परिसर पर होने वाली श्रीमद्भागवत कथा के लिए आज ध्वजारोहण किया गया । स्थानीय संकट मोचक हनुमान मंदिर से ध्वजा को ढोल के साथ कथा स्थल लाया गया जहां ध्वजारोहण किया गया । मंत्रोच्चार के साथ ध्वजारोहण आयोजक परिवार ने गणमान्यजनों की उपस्थिति में पंडित ओम दुबे के निर्देशन में किया । कथा के समापन तक ध्वज यहीं स्थापित रहेगा ।

तैयारियां युद्ध स्तर पर
कथा कथा के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है। कथा स्थल पर लाइट, पानी की व्यवस्था की जा चुकी है । वहीं पांडाल, संत नागर जी के लिए कुटिया और मंच का कार्य तेजी से मूर्तरूप ले रहा है। कथा में आने वाले श्रोताओं को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि संत कमल किशोरजी नागर की कथा सुनने प्रतिदिन करीब पच्चीस हजार लोगों के पहुंचने के संभावना बताई जा रही है। कथा का समय दोपहर 12 से 3 बजे तक रहेगा ।

*सादा जीवन जीते है संतश्री*
प्रसिद्ध कथा वाचक संत कमल किशोरजी नागर चकाचौंध और आडम्बर से कौसों दूर सादगी से परिपूर्ण जीवन व्यतीत करते है। कथा के दौरान वे कथा स्थल के समीप बनाई जा रही कुटिया में ही रहेंगे और स्वयं के हाथों से बनाया भोजन ही ग्रहण करेंगे । भारी आडम्बर के इस दौर में भी संतश्री अपने फोटो खिंचवाने और इसके उपयोग से परहेज करते है । गौसेवा नागरजी के जीवन के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है ।