देश के विख्यात पत्रकार-साहित्यकार की मौजूदगी में साप्ताहिक “माही की गूंज” अखबार का हुआ विमोचन

- Advertisement -

अर्पित चौपड़ा, खवासा

देश-प्रदेश के विख्यात पत्रकार-साहित्यकार की उपस्थिति में गुरुवार को खवासा में साप्ताहिक “माही की गूंज” अखबार का विमोचन हुआ । भव्य विमोचन समारोह में सैकड़ो लोग उपस्थित थे । विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि धनंजय प्रताप सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकार को हमेशा हर खबर को तथ्यात्मक रूप से जांच परख कर लिखना चाहिए। जल्दबाजी में कई बार खबरे गलत हो जाती है जो बाद में विवाद का कारण बनती है । विवादों से बचने और पाठकों का विश्वास अर्जित करने के लिए खबरों को पुख्ता जांच परख कर संतुलित संयमित कर लिखना चाहिए । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कीर्ति राणा ने कहा कि छोटे से गांव से अखबार निकलना बहुत बड़ी बात है। आज अखबार निकलना घर फुक कर दीवाली मनाने जैसा है। आज क्षेत्रीय अखबारों की बहुत आवश्यकता है । लोगों को महानगरों देश विदेश से ज्यादा अपने अंचल-परिवेश की खबरे- गतिविधियों को जानने की उत्सुकता रहती है जिसे सिर्फ छोटे क्षेत्रीय अखबार ही पूरी कर सकते है । उम्मीद करता हूँ कि यह अखबार आंचलिक खबरों को अन्य अखबारों से ज्यादा महत्व देगा । ऐसी खबरों के प्रकाशन से अखबार की लोकप्रियता भी बढ़ती है और पाठकों का विश्वास भी अर्जित होता है । विशेष अतिथि अग्निपथ के अर्जुनसिंह चंदेल ने कहा कि संवेदनशील व्यक्ति ही अखबार चला सकता है किन्तु पत्रकारिता के क्षेत्र में संवेदनहीन खबरे ही ज्यादा प्रकाशित होती है। एक अखबार के संपादक और संवाददाताओं को कोई भी खबर धैर्यपूर्वक लिखनी चाहिए । उतावलेपन में लिखने या सबसे जल्दी खबर देने की होड़ में कई बार गलत खबरे चक जाती है। जिनसे सावधान रहने की आवश्यकता है । साहित्यकार शिवनारायण सक्सेना ने कहा कि आजकल के अखबार हिंसा/बलात्कार/आरोप-प्रत्यारोप जैसी नकारात्मक खबरों से भरे पड़े है । इनमे पढ़े जाने लायक और सकारात्मक खबरों का अभाव सा हो गया है । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साहित्यकार रामशंकर चंचल ने कहा कि आजकल अखबार में साहित्य लगभग नदारद-सा हो गया है । पूर्व की भांति अखबारों में इसे पुनः स्थान मिलना चाहिए । इतिहासकार के के त्रिवेदी ने कहा कि एक सच्चे पत्रकार से हर गलत कार्य करने वाले को ख़ौफ़ होता है। पत्रकारों को अपनी निष्पक्षता बनाए रखना चाहिए ।
कार्यक्रम में बामनिया, पेटलावद, रायपुरिया, बोलसा, झकनावदा, उमरकोट, थांदला, मेघनगर, झाबुआ, पारा, मोहनकोट, रामा, भामल, कुंदनपुर से पत्रकार एवं स्थानीय ग्रामवासी उपस्थित थे । सभी आगंतुको को माही की गूंज परिवार की तरफ से उपहार दिए गए। कार्यक्रम के सभी अतिथियों को माही की गूंज परिवार ने स्मृति चिन्ह प्रदान किए । विमोचन समारोह के बाद सभी आगंतुको को भोजन करवाया गया । स्वागत भाषण साप्ताहिक अखबार “माही की गूंज” के प्रधान संपादक संजय भटेवरा ने दिया ।आभार संपादक धर्मेंद्र पांचाल माना। संचालन हरिशंकर पंवार ने किया । प्रकाशक अलका भटेवरा ने सभी आगंतुकों को धन्यवाद दिया साथ ही सभी आगंतुकों ने प्रधान संपादक, संपादक एवं प्रकाशक को उनके साहसिक निर्णय एवं शानदार भव्य विमोचन समारोह के लिए बधाइयां प्रेषित की।