जनता के दर्द को भूले जनता के हितेषी, मिलना तो दूर श्रद्धांजलि भी देना भूले सीएम शिवराज और पूर्व सीएम कमलनाथ..?

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सलमान शेख@ झाबुआ Live
मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में पेटलावद में हुए ब्लास्ट को आज 5 साल हो गये हैं। पिछले 5 वर्ष पहले यानि 12 सितंबर 2015 को थांदला रोड स्थित एक मकान में अवैध रूप से रखे डिटोनेटर व रासायनिक खाद में हुए विस्फोट में 79 लोगो की जाने चली गई थी। इस दर्दनाक हादसे में पीड़ित लोगो को राहत पहुँचाने के लिए उस समय भी सीएम रहे शिवराजसिंह चौहान ने कई वादे किये और आश्वासन भी दिए, जो आज तक अधूरे हैं। वहीं इस हादसे की बरसी पर कई नेताओं ने पेटलावाद पहुंचकर पीडि़तों से मुलाक़ात कर ढांढस बाँधा।
लेकिन आज फिर पांचवी बरसी पर जनता के हितेषी प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने न ही सोशल मीडिया पर हादसे में मारे गए लोगो को श्रद्धांजलि दी और न ही उनसे मिलने पहुंचे।
आपको बता दे कि अपने आप को पीड़ित परिवार का सदस्य कहने वाले मामा शिवराज पेटलावद हादसे की पहली, दूसरी,तीसरी और चौथी बरसी पर भी दिवंगतो को श्रद्धांजली देना भूले थे।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या? मुख्यमंत्री या उनके कोई मंत्री, सांसद, नेता, जनप्रतिनिधि यहां आकर श्रद्धांजली नही दे सकते थे? सरकार की घोषणाओ की जमीनी हकीकत नही देख सकते थे? यहां आना तो दूर खुद सीएम शिवराजसिंह चौहान अपने फेसबुक और ट्वीटर अकाउंट तक पर पेटलावद के मृत लोगो को पांचवी बरसी पर याद कर श्रद्धांजली देना भूल गए।

http://Take a look at Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj): https://twitter.com/ChouhanShivraj?s=08

https://www.facebook.com/ChouhanShivraj/

हादसे के बाद जहां आज तक सरकार की खोखली घोषणाएं आज तक जमीन पर नहीं उतरी वहीं इस तरह इतने बड़े हादसे की बरसी को ही भुला देना घटना से पीड़ित लोगों के दिलों पर बड़ी चोट है। सीएम शिवराज और उनके मंत्रियों के इस रवैये को लेकर लोगों में गुस्सा है।
आज शनिवार को घटनास्थल और श्रद्धांजलि चौक पर पीड़ित परिवार के अलावा विधायक वालसिंह मेडा, प्रभातसितारा योगा ग्रुप, नगरजन सहित विद्यार्थी पहुंचे। मोमबत्ती जलाकर, अगरबत्ती लगाकर और पुष्प अर्पित कर मृतकों को याद किया गया। आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की, लेकिन सरकार के किसी भी मंत्री, सांसद, विधायक, नेता, जनप्रतिनिधियों को इस दर्दनाक हादसे की याद नहीं आई।
पूर्व सीएम कमलनाथ भी भूले ब्लास्ट की बरसी को-
हर एक पीडि़त परिवार कांग्रेस नेताओ से पूछ रहा है जो विपक्ष में रहकर उनकी आवाज बनकर ब्लास्ट की हर बरसी पर शोकसभा का आयोजन करते रहे, लेकिन सत्ता में आने के बाद से ही वह आवाज पूरी तरह बंद हो गई और इस बार फिर पांचवी बरसी पर पूर्व सीएम कमलनाथ श्रद्धांजलि देना भूल गये।

http://Take a look at Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath): https://twitter.com/OfficeOfKNath?s=08

https://www.facebook.com/TheKamalNath/

उल्लेनीय है कि ब्लास्ट की पहली से लेकर तीसरी बरसी तक कांग्रेस की ओर से कई आयोजन हुए। तीसरी बरसी के पहले हुई एक सभा में खुद सीएम कमलनाथ जब सीएम नही थे, तो वह पीडि़तो से मिले और उनसे मिलकर उन्हें आश्वासन दिया था कि पेटलावद ब्लास्ट की जांच दोबारा कराएंगे, लेकिन सभी आश्वासन केवल आश्वासन बनकर रह गए।