हजरत कुतुब रोशन अली सरकार उर्स का समापन

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
‘एक कुतुब ने जंगल में जन्नत बसाई है, ख्वाजा के हिंदुस्तान में आने से खुशबू मदीने से आई है’ इन पंक्तियों के साथ थांदला से 15 किमी दूर कुशलगढ़-राजस्थान मार्ग पर ग्राम कोटड़ी में सरकार हजरत कुतुब रोशन अली रेहमतुल्लाह अलैह का तीसरा उर्स सोमवार को समापन हो गया। उर्स में सुल्तान नाजा कव्वाल (रेडियो-टीवी सिंगर मुंबई) एवं रोशनी वारसी (रेडियो-टीवी सिंगर मुबंई) ने एक से बढक़र एक कलाम सरकार की शान में पढ़े। कव्वाली का प्रोग्राम सुबह 4 बजे तक चलता रहा। इस दौरान सभी समाज के अकीदतमंद ख्वाजा की शान में एवं सरकार की शान में कव्वालियों पर झूमते रहे। इस दौरान यहां पर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली। आखिर में खादिम करीम बाबा ने हिंदुस्तान में अमन-चैन, खुश-शांति, खुशहाली की दुआएं मांगी।
अकीदतमंदों का लगा रहा है जमावड़ा
दरगाह के खादिम करीम बाबा ने बताया कि यहां जो भी अकीदतमंद आता है वह रोता हुआ आता है हंसता हुआ जाता है। खासकर पेटदर्द के मरीज एवं लाइलाज बीमारियों के मरीज सरकार की चोखट पर आते हैं और शिफा पाकर खुशी-खुशी जाते हैं। आस्ताने औलिया पर एक नारियल, पांच गुलाब के फूल व पांच मोगरा अगरबत्ती के फूल बड़ी अकीदत के साथ चढ़ाते हैं।