पुजारी उत्थान एवं कल्याण समिति का संवाद सम्मेलन संपन्न

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2झाबुआ। अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर संघर्ष करे। देवस्थानों की पवित्रता की रक्षा करना ही देव पूजकों का धर्म है। पुरातन काल से ही इसके लिए प्रयत्न किए जाते रहे है। इसके लिए सिद्धांतों से समझौता न करें, भले ही समय लग जाए, किन्तु आपका प्रयत्न कामयाब होगा। उक्त बात पुजारी उत्थान एवं कल्याण समिति जिला झाबुआ द्वारा आयोजित जिले के एक दिवसीय संवाद सम्मलेन में पिपलखूंटा के महंत दयारामदासजी ने मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। उन्हांेने कहा कि इसके लिए इस सिद्धपीठ से जो भी सहयोग होगा, पुजारियों एवं महंतों के हितो की रक्षा के लिए किया जाएगा। आप अपना लक्ष्य बनाए रखिए।सम्मेलन को संबोधित करते हुए नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश बैरागी द्वारा पुजारी, महंत  की सभी समस्या का शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर गोविंददास बैरागी, बेकलदा, मंलेश्वरदास बैरागी झकनावदा, संजय बैरागी रायपुरिया, निर्मलदास बैरागी डाबड़ी द्वारा भी अपने विचार रखे गए।
श्रीमद् भागवत प्रदान की गई
कार्यक्रम के प्रारंभ में हनुमानजी के समक्ष महंतजी द्वारा दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात सिद्ध पीठाधीश्वर का पाद पूजन, शाल-श्रीफल, उत्तरीय एवं स्मृति चिन्ह से अभिनंदन किया गया। महंतजी द्वारा गोस्वामी, जोशी, गोविन्ददास, मंलवेश्रदास एवं निर्मलदास को श्रीमद् भागवत आशीर्वाद स्वरूप प्रदान की गई। ईश्वरदास बैरागी भगोर द्वारा आय-व्यय एवं प्रतिवेदन जगदीश बैरागी द्वारा प्रस्तुत किया गया। संचालन शरत शास्त्री ने किया एवं आभार वैष्णव बैरागी समाज के झाबुआ मंडल अध्यक्ष जगदीश वैष्णव ने माना। उक्त कार्यक्रम पूजारियों, महंतों, ग्रिह पूजकों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए आयोजित किया गया था। जिसमें झाबुआ, रानापुर, पेटलावद, देहंडी, भगौर, बडी देहंडी, करडावद, बनी, टिमरिया, अंतरवेलिया, बेकलदा, कुभाखेडी, रजला, झकनावदा सहित जिले के अन्य स्थानों से भी बड़ी संख्या मंे प्रतिनिधि शामिल हुए।