पत्नी से अवैध संबंधों के चलते अपने दोस्तों के साथ मिलकर सिर कुचला गर्दन काटकर की थी हत्या, तीन आरोपी पुलिस गिरफ्त में

- Advertisement -

विपुल पंचाल, ब्यूरो चीफ झाबुआ
एसपी महेशचंद जैन ने बताया कि प्रभु की मृत्यु पर थाना रायपुरिया में 8 जुलाई को मर्ग कायम किया गया। उसके बाद फरियादी पूनमचंद डामोर निवासी बजौरी ने सूचना दी कि तारखेड़ी एवं बिजौरी के बीच जंगल में नाले में दो-तीन दिन पुरानी लाश पड़ी है। सूचना पर तत्काल चौकी प्रभारी झकनावदा, थाना प्रभारी रायपुरिया अपनी पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे जिन्होंने लाश का मौका मुआयना किया। वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. आरएस मुजाल्दा द्वारा लाश का निरीक्षण किया और पाया की लाश 3-4 दिन पुरानी होकर मुंह को पत्थरों से कुचला गया है, गर्दन में चोट के निशान थे व लाश को घसीटकर नाले में फेंके जाने के निशान पाए गए। चौकी झकनावदा में में 302 भादवि का मामला दर्ज कर लाश को पोस्टमार्टम हेतु पेटलावद चिकित्सालय भेज दिया गया। पोस्टमार्टम के दौरन अज्ञात शव की शिनाख्त मृतक की पत्नी दीतुबाई ने शरीर पर पहने कपड़े, चप्पल, एवं हाथ में गुदा प्रभु नाम देखकर पहचान लिया। इसके बाद एसपी जैन ने घटनास्थल का निरीक्षण कर थाना प्रभारी झकनावदा व रायपुरिया व एसडीओपी पेटलावद को आवश्यक निर्देश दिए। उक्त अपराध की विवेचना थाना प्रभारी रायपुरिया कौशल्या चौहान ने की। घटना को ट्रेस किए जाने हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया। एसपी द्वारा बताए गए बिंदुओं की दिशा में पुलिस टीम द्वारा विवेचना शुरू की।
मृतक परिजनों ने बताया कि बुधवार को उसके साडू मदन के साथ उसके गांव केसरपुरा गया था, जिस पर मदन से पुलिस ने पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया कि प्रभु उसने मिलने के लिए आया था, परंतु उसी दिन वापस अपने घर चला गया था, तब पुलिस द्वारा मदन से लगातार पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि दो दिन पहले से प्रभु मेरे घर आया था तथा रात मं मैंने उसे अपनी पत्नी के साथ देख लिया था, तब ही मैंने उसकी हत्या करने का विचार किया। मदन ने बताया कि बुधवार के दिन मेरा साडू प्रभु मेरे घर आया तथा उसने मेरी बुआ के लडक़े गणेश को मेरी बाइक 13 हजार रुपए में बेच दी थी। शुक्रवार के दिन बामनिया में बाइक के रुपए लेने गए तब मैं व साडू प्रभु, भाई मुकेश, काका मोहन बामनिया गए थे। मेरे साडू प्रभु ने उसके दोस्त दिलीप पिता रमेश निनामा निवासी मालीपुरा दत्तीगांव तथा उसकी बुआ का लडक़ा राजू अमरसिंह सिंगाड़ निवासी दुधी को फोन कर बामनिया बुलाया, जहां पर गणेश ने 10 हजार रुपए मदन को दिए तथा 3 हजार रुपए देने के बाद कागज देने का तय हुआ, उसके बाद उन सब लोगों ने शराब पी व गणेश अपने घर चला गया। मोहन व मुकेश अपने गांव केसरपुरा चले गए। अब मदन, प्रभु, दिलीप, राजू चारों व्यक्ति एक बाइक पर बैठकर पेटलावद की तरफ आए, बाइक दिलीप चला रहा था। चापल्दा घाटी पुलिया पर मदन ने अपने साडू प्रभु के साथ झगड़ा किया, दोनों के बीच गाली-गलौच होने लगी तो दिलीप ने बाइक पुलिया के पास रोक दी। मदन ने प्रभु की कॉलर पकडक़र उसे नीचे गिराया और पत्थर उठाकर उसके मुंह पर दे मारा, जिससे वह लहूलुहान हो गया फिर मदन, दिलीप व राजू ने प्रभु को बाइक पर बैठाया और तारखेड़ी-बिजौरी के बीच जंगल में अंधेरे में रात करीब 11 बजे फेंक आए। प्रभु जिंदा था उसके सिर, मुंह को बड़े-बड़े पत्थरों से कुचल दिया गया उसके बाद चाकू से गला काट दिया, जिसके बाद उसकी तुरंत ही मौत हो गई। फिर उसे कच्चे रोड से करीब 100 मीटर हाथ पकडक़र घसीटकर इन तीनों आरोपियों ने प्रभु को नाली में फेंक दिया, फिर वापस मदन को उसके गांव छोडक़र दिलीप व राजू अपने गांव चले आए। आरोपी मदन के बताए अनुसार तथ्यों के आधार पर आरोपी दिलीप एवं राजू से भी पूछताछ की गई और पुष्टि हो गई। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक कुंवरसिंह चौहान, सहायक उपनिरीक्षक प्रहलादसिंह चुंडावत, प्रआर हरिराम चौहान, जितेंद्रसिंह, राधेश्याम जाटवा, आर धीरज ठाकुर, वीरेंद्र, मालसिंह चालक शाहरुख थे जिन्होंने प्रकरण की विवेचना में अपना सहयोग दिया। एसडीओपी पेटलावद आरआर अवास्या के निर्देश एवं एसपी महेशचंद जैन के कुशल मार्गदर्शन में अंधेकत्ल का पर्दाफाश हो, इसके बाद एसपी ने पुलिस टीम की प्रशंसा कर पुरस्कृत करने की घोषणा की।