जिला शिक्षा केंद्र की बडी लापरवाही ; काउंसिलिंग के 40 दिन बाद भी आदेश जारी नहीं

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चंद्रभान सिंह भदोरिया

झाबुआ मे सव॔ शिक्षा अभियान मे सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है शिक्षा सत्र की शुरुआत होने को है ओर कई महत्वपूर्ण नियुक्तिया अज्ञात कारणों के चलते रोक दी गयी है । सबसे महत्वपूर्ण नियुक्तियां जिले के सभी 6 ब्लाक के BRC को 4 पद APC के पद पर होनी है इसके लिए बकायदा विज्ञापन जारी किये गये जिसमें आवेदन करने की अंतिम तिथि 16 दिसम्बर 2017 थी .. इस प्रकिया मे 21 लोगों ने इन 10 पदों के विरुद्ध आवेदन किया था .. नियुक्ति पारदर्शी हो इसके लिए बकायदा कलेक्टर ने एसडीएम झाबुआ के नेतृत्व मे एक चयन कमेटी बनाई जिसने विगत 7 मई 2018 को 16 पात्र आवेदकों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया । काउंसिलिंग के दोरान कुल 13 आवेदक उपस्थित हुए ओर उनमें दो आवेदक सव॔ शिक्षा अभियान मे वत॔मान मे काय॔रत है वह भी शामिल थे .. इस काउंसिलिंग के लगभग 40 दिन गुजर चुके है लेकिन सभी वैधानिक तरीके से खुद प्रशाशन द्वारा चयन प्रकिया किये जाने के बावजूद अभी तक अंतिम चयन सुची जारी नहीं की गयी है वजह क्या है यह भी क्लीयर नहीं है । ऐसे मे सवाल उठता है कि आखिर शिक्षा सत्र शुरु हो चुका है ओर ऐसे मे सुची मे देरी आखिर क्यो की जा रही है ? कोन है जो इस देरी की वजह बन रहा है । गोरतलब है कि 2014 मे जब यह प्रक्रिया हुई थी तब काउंसिलिंग के 7 दिन के भीतर चयन सुची जारी कर ज्वाइनिंग करवा दी गयी है खुद तत्कालीन कलेक्टर बी चंद्रशेखर ने अपनी निगरानी मे यह प्रकिया की थी । इस चयन प्रकिया मे एक स्थानीय मनमानी ओर की गयी है राज्य शिक्षा केंद्र ने बीआरसी / एपीसी पदो की नियुक्ति के लिए विषय का कोई बंधन नहीं लगाया है लेकिन स्थानीय स्तर पर यह बंधन लगाया गया है । इस संबंध मे झाबुआ कलेक्टर आशीष सक्सेना का कहना है कि अभी इससे महत्वपूर्ण काम चल रहे है ओर राज्य शिक्षा केंद्र के कुछ दिशा निर्देश आये है एक बार उनका अध्ययन करने के बाद ही इस पर आगे बढेंगे ।