जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान बच्चे की मौत पर परिजनों हुए आक्रोशित

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झाबुआ डेस्क।आईएसओ प्राप्त जिला चिकित्सालय एवं उसके चिकित्सक एक बार फिर मलेरिया से पीडि़त एक बच्चे की मौत के बाद फिर से आरोपों के घेरे में आ चुके है। बालक के पिता ने चिकित्सकों पर उपचार की फीस लेने के बाद भी उपचार में लापरवाही बरतने की शिकायत प्रभारी कलेक्टर को आवेदन देकर की है। वहीं पोस्टमार्टम करवाकर जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की लापरवाही ने एक बच्चे की जान ले ली है। ऐसा आरोप गुरूवार को रामा विकासखंड के ग्राम फतेहपुरा के ग्रामीण ने लगाया है। ग्रामीण ने आरोप लगाने के साथ ही कलेक्टर को आवेदन देकर लापरवाह चिकित्सकों पर कार्रवाई करने की मांग की है। घटना के अनुसार 29 अप्रैल को झाबुआ के जिला चिकित्सालय में रामा विकासखंड के ग्राम फतेहपुरा के कनु मेड़ा ने तेज बुखार के चलते अपने 18 माह के बेटे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पीडि़त के अनुसार जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉ.कौशल ने बच्चें का इलाज करने के लिए 5 हजार की मांग की। बच्चें की हालात बिगड़ते देख पिता ने डॉ. से बच्चे को कही और रैफर करने के लिए बात की लेकिन डॉक्टर ने बच्चें को पूरी तरह ठीक करने का कहकर 5 हजार और ले लिए। 5 दिन तक भी बच्चें की हालात में सुधार नहीं हुआ और उल्टा उसकी हालात बिगडऩे लगी। पीडि़त परिवार ने जब डॉक्टर से संपर्क किया तो डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो सका और बच्चें की मौत हो गई। घटनाक्रम ने जिला चिकित्सालय की लचर और लापरवाही वाली छवि को और मजबूत कर दिया है। पीडि़तों ने इस बारे में प्रभारी कलेक्टर अनुराग चौधरी को ज्ञापन भी सौंपा और जांच करवाकर कार्रवाई की मांग की है।