‘ग्राम उदय से भारत उदय अभियान’ का बहिष्कार कर पंचायत सरपंच-सचिव उतरे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

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झाबुआ लाइव के लिए थान्दला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
मध्यप्रदेश शासन के ग्राम उदय से भारत उदय योजना के बहिष्कार के साथ प्रदेश के सरपंच सचिव संगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर चुके हैं, जिसमे थान्दला ब्लॉक के समस्त सरपंच-सचिव भी हड़ताल पर है, जिससे पंचायत के काम ठप हो गए। पूर्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंग चौहान के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म कर दी थी लेकिन इसके बाद भी मांगे नही सुनी गई जिस कारण सरपंच सचिव हड़ताल पर उतार गए सरकार का महत्वपूर्ण अभियान ग्राम संसद पर खासा प्रभाव पड़ेगा। साथ ही वर्तमान में चल रही प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
यह है प्रमुख मांगे-
जनपद पंचायत थान्दला में अनिश्चितकालीन हड़ताल बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शुरू कर दिया गया। सचिव संगठन के जिला महामंत्री रामचंद्र मालिवाड ने बताया कि हमारी मांगे में महत्वपूर्ण मांग है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा 2013 में भोपाल में जो घोषणा की थी की सचिवों को भी सहायक अध्यापकों के समान छटवा वेतनमान मिलेगा। साथ ही दिवंगत सचिवों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ व पीसीओ के पद पर पदोन्नति, अंशदायी पेंशन का लाभ देने की घोषणा पर आज तक शासन द्वारा अमल नहीं किया। अब हम चाहते है कि शासन जल्द से जल्द अपने वादे के अनुसार घोषणा पूर्ण करे जहां तक मांगे नहीं मानी जाएगी वहां तक हड़ताल व इसके बाद संगठन उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा।वही सरपंच संघ के अध्यक्ष रमेश बारिया ने कहा कि उन्हें भी विधायक व सांसद की तरह भत्ता दिया जाए व साथ ही बीपीएल राशन कार्ड बनाने का अधिकार सरपंच को दिया जाए व प्रधानमंत्री आवास योजना का चयन करने का अधिकार सरपंच व ग्रामसभा को दिया जाए, पंचायती राज्य व्यवस्था को ध्वस्त करने वाले एसी एस राधेश्याम जुलानिया को पंचायत ग्रामीण विकास विभाग से तत्काल हटाया जाए। कार्यक्रम को सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष भावजी डामोर, बहादुर भूरिया, कमलेश भाबर, रालु वसुनिया, गौतम गरवाल, जयंतीलाल मकवाना, एतरा मेडा , कमलेश चौहान आदि ने हड़ताल को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन संगठन के मीडिया प्रभारी रामसिंह मुणिया ने किया व आभार सचिव के भरत सोनार्थी ने माना।