खबर का असर : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को मिला एमबीबीएस डॉक्टर

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अर्पित चोपड़ा, खवासा

लंबे समय से चिकित्सक के अभाव से जूझ रहे खवासा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को एमबीबीएस डॉक्टर की सौगात मिली है। बीते दिनों डॉ वीरेंद्र मैडा (एमबीबीएस) ने खवासा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पदभार ग्रहण किया। डॉक्टर मैडा इसके पूर्व उमरकोट पदस्थ थे। उल्लेखनीय है कि खवासा और आसपास क्षेत्र के 50 गांव की लगभग 50 हजार की आबादी स्वास्थ्य सुविधाओं को लिए इस केंद्र पर निर्भर है। ऐसे में चिकित्सक ना होने से क्षेत्रवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। चिकित्सक की नियुक्ति के बाद अब क्षेत्रवासियों सहित एमएलसी, पोस्टमार्टम जैसे मामलों में पुलिस को भी राहत मिलेगी। डॉ वीरेंद्र मैडा ने झाबुआ live से चर्चा में कहा कि क्षेत्रवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाना उनकी प्राथमिकता रहेगी।

झाबुआ live ने भी उठाई थी समस्या

लंबे समय से चिकित्सक विहीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक की पदस्थापना को लेकर अंचल के प्रमुख और विश्वसनीय समाचार पोर्टल झाबुआ live ने 20 अप्रेल को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया, क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर, खवासा के युवा नेता कमलेश पटेल भी लगातार इस मामले में सक्रिय थे। झाबुआ live सहित सभी के सामूहिक प्रयासों के परिणामस्वरूप खवासा में चिकित्सक की पदस्थापना से ग्रामवासियों में हर्ष का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि चिकित्सक की नियुक्ति होने से अब उन्हें यहां वहां नहीं भटकना पड़ेगा साथ ही मरीजों को समय पर उपचार मिल सकेगा।

सहयोगात्मक मौहोल बनाए रखने की जरूरत
इसे इस स्वास्थ्य केंद्र की विडंबना ही कहेंगे कि यहां पदस्थ होने वाले चिकित्सक ज्यादा लंबे समय यहां अपनी सेवाएं नहीं दे पाए। पूर्व में भी कई योग्य चिकित्सक यहाँ नियुक्त हुए किन्तु किन्ही कारणों से जल्द ही उनका तबादला कर दिया गया। ऐसे में लंबे समय के बाद अब जब खवासा को पुनः चिकित्सक मिला है तो जरूरत इस बात की है कि क्षेत्रवासी और स्वास्थ्य अमला परस्पर सहयोग से कार्य करे जिससे क्षेत्र को लंबे समय तक चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ निर्बाध रूप से मिल सके।