आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन से चौकी हटाई, अपराधियों के हौसले बुलंदी पर

- Advertisement -

शेड नहीं होने से धूप में बैठने को मजबूर यात्री

झाबुआ लाइव के लिए थांदलारोड से बुरहान जादलीवाला की रिपोर्ट-
थान्दला तहसील का थान्दलारोड रेलवे स्टेशन है यहां पर थान्दला तहसील के अलावा राजस्थान के कुशलगढ क्षेत्र तक के यात्री इस स्टेशन से देश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए यात्रा करते है। प्रदेश सरकार एवं केन्द्र सरकार आम जन की सुरक्षा का दावा करती है। वही उनके दावों की पोल खोल रहा है थान्दलारोड रेलवे स्टेशन यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की कितनी सुरक्षा होती है। उक्त स्टेशन पहले से अपराधिक गतिविधियों में लिप्त और अब यहां अपराधियों को खुली छूट दी जा रही है। इस रेलवे स्टेशन से आरपीएफ की चौकी हटा कर अपराधी तत्वों की हौसला अफजाई कर यात्रियों की फजीहत करवाने का फैसला लिया है। झाबुआ जिले दूसरे क्रम का आवाजाही वाला व्यस्त स्टेशन थांदला रोड, ये स्टेशन पे सभी लोकल, कई एक्सप्रेस एवं सुपर फास्ट ट्रैन का स्टॉपेज भी है। आसपास के 30 किलोमीटर से और पडोसी राज्य राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से भी यात्री इसी स्टेशन से आवाजाही करते है। सुरक्षा की दृष्टि से ये स्टेशन बिलकुल फिसड्डी है। आरपीपी की यहां पर कोई पोस्ट नहीं है। यदि कोई दुर्घटना घटती है तो मेघनगर जीआरपी थाने से जवान आते है और कार्यवाही कर चले जाते है यहां पर विगत कुछ सालों से आरपीएफ की पोस्ट थी पर अभी इसी माह से ये पोस्ट चौकी ऊपरी आदेश से खत्म कर दी गई है और यहां पदस्थ स्टाफ का अन्य स्टेशनों पर तबादला कर दिया गया है। आगे से मेघनगर से एक आरपीएफ जवान दिन में और दो जवान रात्रि में स्टेशन पर ड्यूटी करेंगे।
यात्रियों की सुरक्षा के नाम पर एक मात्र जवान-
वो भी कभी कभी स्टेशन पर एक साथ दो यात्री ट्रेन आ जाती है। कई बार एफसीआई से गेहूं-यूरिया की रेंक आती है जो मेघनगर में खड़ी करने की जगह नहीं होने पर थांदला रोड स्टेशन पर घंटों तक पड़ी रहती है और जवान उसकी सुरक्षा में यात्रियों की तरफ ध्यान नहीं दे पाते है। थांदला रोड स्टेशन चारो और से खुला है यहां न तो रेलवे की सीमा की बाउंड्री वाल बनी हुई है न प्लेटफार्म की सीमा बनी हुई है। ये स्टेशन पहले से ही वारदातों के लिए मशहूर है यहां पर दिन दहाड़े जेबकतरी और छीनाझपटी होती है। यह बात अलग है कि जीआरपी की पोस्ट नहीं होने से मेघनगर जाकर रिपोर्ट लिखवाने में यात्री पीछे हट जाते हे क्योंकि उतना समय भी खराब होता है और दूसरी ट्रैन कई घंटों बाद मिलती है जिसका लाभ थाने को मिलता है कि थांदला रोड स्टेशन पर वारदात नहीं है।और इसी कारण ऊपर बैठे हुए अधिकारियों ने यहां की आरपीएफ चौकी हटा ली गई, किन्तु यात्री की सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर जीआरपी एवं आरपीएफ की पोस्ट होना जरूरी है।