अधूरे पड़े फोर-लेन से यात्रियों की जान आफत में

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4 झाबुआ लाइव के लिए पिटोल से भूपेन्द्र नायक की रिपोर्ट- ओर न जाने कितनी जिंदगियों को मौत के घाट उतारेगा यह नेशनल हाईवे पिछले काफी समय से इन्दौर अहमदाबाद हाइवे के बारें मे समाचार पत्रों के द्वारा लिखा गया परन्तु न तो जिला प्रशासन की कान में जूं रेंगी न ही प्रदेश सरकार ओर न ही केंद्र सरकार अब केेंद्र और प्रदेश की सरकारों मे विरोधाभास भी नहीं है फिर भी इंदौर अहमदाबाद हाइवे का निर्माण पूरा नहींकरा सकी केन्द्र व प्रदेश सरकार परंतु इस रोड के पैचवर्क की ओर भी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का ध्यान नहीं रहा। क्योंकि 2010 से चालू यह रोड अभी तक पूर्ण नही हुआ इस रोड पर पिटोल से 4 किमी दूर बावड़ी फाटा पर जब से रोड निर्माण का कार्य चालू हुआ तब से अभी तक सैकड़ों जाने काल के गाल में समां गई परन्तु इतनी मौतों के बाद न तो नेता जागे न ही प्रशासन जागा। इसे बनवाने में करोड़ों खर्च हुए।
सिंहस्थ यात्रियों के परेशानी बना रोड –                              5वैसे तो सिंहस्थ चालू होने से 4 वर्ष पूर्व मध्यप्रदेश सरकार ने उज्जैन में करोड़ों खर्च किसे परन्तु उज्जैन पहुंचने वाले इंदौर-अहमदाबाद हाइ-वे को सुधारने पर जरा सा भी खर्च नहीं कर सकी प्रदेश सरकार, जिस का परिणाम यह हुआ की पिटोल से फूलमाल तक रोड मे रोजाना दुर्घटनाएं हो रही है। इसी कडी में शाम 5 बजे गुजरात से मध्यप्रदेश मे जाने वाली एक छोटी कार जीजे 20 एन 83 गाडी अनियंत्रित होकर रोड से काफी दूर चली गई जिससे कार में काफी नुकसान हुआ और कार में बैठे दोनो लोगों को हल्की चोटे आई, पर अब सिंहस्थ जाने वाले यात्री भगवान महाकाल के भरोसे ही चलेंगे परन्तु प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन इसकी सुध तक नही लेगें।
राजनीतिक दल है मौन-
जब चुनाव आते है तो दोनो दलो के नेता आम जनता से भारी भरकम वादे करते है परन्तु चुनाव जितने के बाद कोई भी सुध नहीं लेता आम जनता के दु:ख दर्द तो जैसे थे वैसे ही है, करोड़ों रुपए की सांसद निधि व विधायक निधि का प्रावधान होने पर भी। शायद इंदौर अहमदाबाद मार्ग का दुर्भाग्य ही समझे के इस रोड के पैचवर्क पर न ही सांसद कांतिलाल भूरिया एवं झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल का ध्यान है क्योंकि रोजाना हजारों छोटे एवं बड़े वाहनों का गुजरना होता इस रोड पर, आम जनता यह आस लगाए बैठी है की चाहे सांसद रोड पर पेचवर्क करवाए या प्रदेश सरकार के नुमाईंदे शांतिलाल बिलवाल।
नहीं है यह फोरलेन-                                                   देखा जाये तो यह नेशनल हाइ-वे अभी पूर्ण नहीं हुआ न तो रोड पर टोल वसूली हो रही है इसी परिस्थिति में गाडिय़ां काफी जगह अभी टू-लेन मे ही चल रही तो फिर इस रोड पर प्रदेश सरकार लोक निर्माण विभाग से भी करवा सकता है क्योंकी ये रोड नेशनल हाइ-वे अथोरिटी के सुपूर्द नहींहुआ है।
जिला प्रशासन की बजाय पुलिस कर रही कार्य-
वैसे रोड पेचवर्क काम जिला प्रशासन या प्रदेश सरकार है परन्तु पिटोल चौकी प्रभारी आशुतोष मिठास अपने अल्प स्टाफ के साथ मुस्तैद है जहां भी दुर्घटना होती है तुरंत पहुंच जाते एवं पीडि़तों को तुरन्त 108 एवं पुलिस वाहन से सहायता करते है, जन सहयोग से पिटोल से फूलमाल तक के चार जगहों पर जेसीबी से पैचवर्क करा रहे है एवं रात्रि गश्त भी मुस्तैदी से कर रहे है कि कही कोई अपराधिक घटनाएं न हो जाए क्योंकि पिटोल होटल रघुन्नदन के पास रोड बहुत खराब है जहां खराब रोड के कारण छोटे बडे वाहनों को भारी टूट-फूट का खामियाजा भुगतना पड़ता है। वही बावड़ी फाटे एवं पांच के नाके मे रोजाना बाइक चालक एवं छोटी कारे दुर्घटनाग्रस्त होती है। मोद नदी घाट पर रोजाना भारी वाहनों के कारण जाम लग जाता है सबसे दयनीय स्थिति फूलमाल फाटे की है जहां रोड पर गाड़ी चलाना काफी कठिनाई भरा है। रोड इतना उबड़ खाबड़ हो गया है रोजाना छोटे वाहनो को नुकसान हो रहा है।
यह है जरूरत पेचवर्क और संकेतकों की –
पिटोल नए आरटीओ बैरियर पर बड़े संकेतक बोर्ड लगाए कि आगे रास्ता खराब है धीरे चले वही होटल रघुन्नदन से पुराने आरटीओ बैरियर तक, वही बावडी फाटा, पांच का नाका, खेडी नाला, एवं फूलमाल मे सावधानी वाले बोर्ड की अत्यंत ही जरूरत है।