5 घंटे बिजली की अघोषित कटौती से गरमी में हलाकान हुए क्षेत्रवासी

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
क्षेत्र में इन दिनों तापमान का पारा आसमान छू रहा है भीषण गर्मी में पंखा कुलर आदि का ही सहारा है ऐसे में यदि घंटे बिजली गुल रहे तो स्थिति इतनी खराब होगी यह भुक्तभोगी ही बता सकता है। पता चला कि बिजली मेंटेनेंस के नाम पर 5 घंटे बंद रखी गई। बिजली बंद होने से ठंडा बेचने वाले आटा चक्की लॉन्ड्री वालों के साथ साथ फोटो तथा फोटो काफी व्यवसायियों को भारी हानि उठानी पड़ी विपक्षी पार्टी कहने लगी कीलालटेन युग आ गया है। हमारे संवाददाता के अनुसार आज 29 मार्च को दोपहर लगभग 12 बजे बिजली गुल हुई लोग प्रतीक्षा करते रहे कि अब वापस आएगी मगर घंटों तक जब कुछ पता नहीं लगा तो इस प्रतिनिधि ने स्थानीय बिजली कर्मचारी से मोबाइल पर जानकारी मांगी तो पता चला कि बिजली स्थानीय ग्रीट से नहीं अपितु आगे (लखनकोट ग्रिड) से बंद है और शायद मेंटेनेंस के लिए बंद की होगी कब आएगी पता नहीं 12 बजे गई बिजली 5.30 बजे वापस आए तथा सतत 5 घंटे बिजली बंद रहने से लोगों का गर्मी में बुरा हाल तो हुआ ही साथ ही कुल्फी आइसक्रीम शीतल पेय आदि बेचने का धंधा करने वालों तथा आटा चक्की लॉन्ड्री ;प्रेसद्ध एवं फोटो तथा फोटोकॉपी वालों का धंधा चौपट हो गया। गौरतलब है कि कुल्फी, आइसक्रीम, श्रीखंड आदि जो की कंपनियों का माल होता है यदि पिघल जाए तो दोबारा अपने पहले वाली स्थिति में जमती नहीं है। इस कारण इन व्यापारियों को बिजली के अभाव में भारी हानि उठानी पड़ती है जो कि आज भी कई व्यवसायियों ने उठाई होगी नागरिकों की मांग है कि सतत घंटे बिजली बंद नहीं की जाए बगैर पूर्व सूचना के भी बिजली बंद नहीं करना चाहिए बिजली बंद होने को लेकर विपक्षी दलों के कार्यकर्ता व्यंगात्मक लहजे में कहते सुने गए कि अब पुन: लालटेन युग आने लगा है।
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