मंदिर के नाम की जमीने भगवान की जमीने है उन्हें भगवान के हित में उपयोग किया जाए : मनोज श्रीवास्तव

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-धर्मस्व विभाग के माध्यम से मंदिरों की जमीन पर कुछ अच्छे निर्माण कार्य हो जो की मंदिर के हित में हो उसके लिए हम मंजूरी देने को तैयार है। आप लोग उसमें सहयोग प्रदान करें तथा मंदिर के नाम की जमीने भगवान की जमीने है उन्हें भगवान के हित में उपयोग किया जाए ताकि उस मंदिर का विकास हो सके। उक्त बात धर्मस्व विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने गणमान्य नागरिकों  से चर्चा करते हुए बुधवार को कही।धर्मस्व विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने नगर के गणमान्य नागरिकों से चर्चा करते हुए नगर में मंदिरों की जमीनों के संबंध में जानकारी प्राप्त की, तथा उन स्थानों पर विकास कार्य कर मंदिरों के हितों के लिए कार्य करने की बात कहीं। इसके साथ ही ऐसे मंदिरों की जमीन की भी जानकारी मांगी जिनके विवाद न्यायालयों में चल रहे है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिरों की जमीन को मंदिर हित में प्रयोग करने के लिए क्षेत्र का हर विभाग जवाबदार है. इसके साथ ही 8 एकड तक की भूमि मंदिर के पुजारी को गुजारा करने के लिए दी जाए इसके अलावा जो भी भूमि है उसका उपयोग मंदिर में किया जाता है. निलकंठेश्वर मंदिर की जमीन पर बस स्टैंड बने. प्रमुख सचिव से चर्चा में नागरिकों ने मांग की है कि स्टेट हाइवे पर स्थित निलकंठेश्वर महादेव मंदिर की जमीन पर बस स्टैंड का निर्माण किया जाए। इस पर प्रमुख सचिव ने कहा कि आप लङ्क्षग शासन स्तर से प्रस्ताव बना कर भिजवाएं हम इस पोजेक्ट को मंजूरी देंगे और इस भूमि पर बस स्टैंड का निर्माण करवाएंगे। इसके साथ ही निलकंठेश्वर महादेव मंदिर के समीप की जमीन पर एक विशाल प्रवचन हाल का निर्माण व रोटी केंद्र सहित अन्य धार्मिक गतिविधियों के संचालन हेतु शासन स्तर से स्वीकृती और पैसों की डिमांड को पूरा करेंगे. इसके लिए भी आप लङ्क्षग एक समिति बना कर प्रस्ताव भेजे।मंदिर की जमीन केवल भगवान की जमीन है। इससे होने वाले लाभ को भगवान के मंदिर के जीर्णोद्धार और अन्य धार्मिक गतिविधियों में लगाया जाए। मंदिरों में धार्मिक गतिविधियों के साथ ही लोक संस्कृति की गतिविधियों का भी वर्ष में एक बार आयोजन किया जाए ताकि लोगों का आकर्षण बना रहे। इसके साथ ही उन्होने क्षेत्र के शासन के सभी मंदिरों के संबंध में प्रस्ताव बना कर भेजने के लिए एसडीएम को निर्देश दिए।इसके साथ ही ऐसे मंदिर जहां मेलो का आयोजन किया जाता है वहां के जिणोद्वार के लिए हम मेला आयोग के माध्यम से सहयोग प्रदान करेंगे तथा निर्माण में पूरा सहयङ्क्षग प्रदान करेंगे। श्रंगेश्वर मंदिर पर घाट का निर्माण होगाश्रंगेश्वर धाम पर पिकनिक स्पाट के रूप में प्रसिद्ध करने के लिए हम सहयोग देंगे। इसके लिए हम मेला आयोग के माध्यम से सहयोग प्रदान करेगे तथा श्रंगेश्वर धाम पर दङ्क्ष घाटों का निर्माण शीघ्र ही करवाएंगे।