व्यापारियों ने नगर बंद रख जीएसटी के खिलाफ सौंपा ज्ञापन

- Advertisement -

अलीराजपुर लाइव के लिए बड़ी खट्टाली से विजय मालवी की रिपोर्ट-
नगर बंद व्यापारी संघ के आह्वान पर नगर के समस्त व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रख कर बंद का समर्थन किया है। इस दौरान संघ ने नगर बड़े ही सादगी पूर्वक नगर बंद रखा। संघ के इस आह्वान में न केवल बड़े व्यवसायी शामिल हुए बल्कि चाय की दुकान, हाथ ठेला वाले, मेडिकल, दूध व्यवसायी, सब्जीवाले भी शामिल थे। ग्रामीणो ने नगर बंद को समर्थन दिया। जीएसटी कानून में अनेक खामियां है जिसके चलते व्यापारियो को व्यवसाय करने में बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा। इसी के विरोध में गुरूवार को नगर के व्यापारियों ने मिलकर जीएसटी के खिलाफ नारे लगाकर व्यापारी कानून में बदलाव की मांग कर रहे थे। यहां उन्होनें व्यापारियो के हितो एवं व्याप्त भय आशंकाओ को दूर करने के लिए राष्ट्रतिा व राज्यपाल के नाम तहसीलदार अजमेर सिंह गौड को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि व्यापारियो पर जीएसटी के मनमाने कानून जबरन थोपने का प्रयास किया जा रहा है। जीएसटी में व्यापारियों पर जो सजा का प्रावधान किया गया है। सरकार तुरंत प्रभाव से इसे समाप्त करे। वर्तमान में केंद्र शासन स्तर से जटील प्रावधानों को लागू किया जा रहा है। साथ ही प्रदेश स्तर से भी ऐसे ही कठोर कानून बनाएं जा रहे है जिससे व्यापारी वर्ग भयभीत है क्योंकि ऐसे कानूनों के दुरुपयोग की संभावाएं बनती है। मंडी में व्यवसाय करने वाले व्यापारियो के लिए पूर्व के दशकों में जेल या एफआईआर जैसे कानून नही थे। लेकिन वर्तमान में ऐसे कानून लाकर व्यवासय को भययुक्त बनाया जा रहा है। ऐसे में इस प्रकार के कानून से प्रदेश और देश की अर्थव्यव्स्था में प्रभाव पडऩे की संभावना है। इस दौरान ग्राम के समस्त व्यापारी मौजूद रहे। ज्ञापन का वाचन रमेश मेहता ने किया।
व्यापारियों ने मांगा जीएसटी में संशोधन-
जीएसटी का प्रवाधान पूर्णतरू हटाया जाए। समर्थन मूल्य के नीचे मूल्य पर अपराधिक प्रकरण विषयक कानून लागू न हो क्योंकि गुणवत्ता तय करने हेतु अनेक स्थानो पर इन सुविधाओ का अभाव है, कर प्रवधानों एवं कर विवरणी प्रक्रिया को सरल बनाए जाए, फुटकर व्यापारियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जाए।