विधायक से बोले ग्रामीण : साहब, 55 घर कुएं पर है निर्भर, कुओं में एक महीने बाद पानी खत्म हो जाएगा, हमें 12 महीने पानी और बिजली मिले ऐसी व्यवस्था करवा दो

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फिरोज खान, आलीराजपुर
साहब, हमारे फलिए में 55 घर के लोग कुछ कुओ पर निर्भर है। इन कुंओं में भी एक महीने बाद पानी खत्म हो जाएगा। हमें 12 महीने पानी और बिजली मिल जाए ऐसी व्यवस्था करवा दो। गांव में बिजली की सुविधा भी नहीं है और सड़क भी नहीं है ऐसे में हमें दैनिक कार्यो के लिए बहुत संघर्ष करना पडता है। ये बात ग्राम केल्दी की माल के बडी माल फलिये और वाकवी फलिए के ग्रामीणों ने सोमवार को विधायक मुकेश पटेल से कही। जिस पर विधायक पटेल ने कहा कि जिला प्रशासन और सरकार मथवाड के इस सुदूर पहाडी क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ भेदभाव वाला रवैया अपनाता है। इस क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से अलग थलग कर दिया गया है। जिला प्रशासन के किसी भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस गांव के ग्रामीणों की सुध तक नहीं लेते है। यदि एक महीने के भीतर प्रशासन ने केल्दी की माल के सभी फलियों में ग्रामीणों की बुनियादी सुविधाओं के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं की तो मै ग्रामीणों के साथ कलेक्टोरेट का घेराव कर धरने पर बैठुंगा।
कुंए की पाल पर बैठकर कर सुनी समस्याएं
इस दौरान ग्राम के लोकेश, दारसिंह देवला, रामसिंह, रेवजी, रायसिंह, आपसिंह और अन्य ग्रामीणों ने विधायक पटेल को गांव के मुख्य कुएं का निरीक्षण करवाया और स्थिति बताई। ग्रामीणों ने बताया कि बडी माल फलिए में सिर्फ ये मुख्य कुआ है जिससे 55 घरों के रहवासी उपयोग में लेते है। इस कुए सहित कुछ अन्य कुओं में सिर्फ एक महीने का पानी ही शेष बचा है। गर्मी के मौसम में हमें पानी के लिए बहुत संघर्ष करना पडता है और काफी दुर से जैसे तैसे पानी लाते है। ग्रामीणों ने बताया कि इन फलियों में बिजली और सडक की सुविधा भी नहीं है। जिसके कारण हमें दैनिक कार्यो के लिए बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पडता है। यदि गांव में कोई गंभीर मरीज हो या गर्भवती महिला हो तो आपात स्थिति में जैसे तैसे अस्पताल तक ले जा पाते है।
जिला मुख्यालय से 62 किमी दूरी, लेकिन विकास के नाम पर कुछ भी सुविधा नहीं
गौरतलब है कि ग्राम केल्दी की माल की दूरी जिला मुख्यालय से करीब 62 किमी है। लेकिन यहां विकास के नाम पर किसी भी प्रकार की बुनियादी सुविधा ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है।यहां कभी किसी बडे अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने पहुंचकर ग्रामीणों की सुध तक नहीं ली। कुछ माह पूर्व विधायक पटेल इस ग्राम के वाकवी फलिया में पहुंचे थे और ग्रामीणों से मिलकर समस्याएं सुनी थी। सोमवार को एक बार फिर विधायक पटेल यहां पहुंचे और ग्रामीणों से मिलकर चर्चा कर समस्याओं का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि यदि शासन और प्रशासन ने इस गांव के सभी फलियों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
समीप ही गुजरात का हापेश्वर- जहां हर सुविधा मौजूद
उल्लेखनीय है कि केल्दी की माल के बडी माल और वाकवी फलिया गुजरात सीमा से सटा हुआ है। इनके समीप गुजरात का हापेश्वर क्षेत्र आता है जहां सुव्यवस्थित बिजली के खंभे, डीपी लगी हुई है और उस क्षेत्र के गांवों में सडक और पानी की पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध है। विधायक पटेल ने कहा कि गुजरात सरकार अपने क्षेत्र में ग्रामीणों को हर बुनियादी सुविधा दे सकती है तो मप्र सरकार और जिला प्रशासन को अपने क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाने में क्या परेशानी है।

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