मुख्यमंत्री से मिलकर फसल ऋण माफी योजना की गहनता से जांच की मांग करेंगे – महेश पटेल

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पियुष चन्देल, अलीराजपुर
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म.प्र. शासन द्वारा संपूर्ण राज्य में किसानों के हित के लिए फसल ऋण योजना के ऋण को माफ किया जा रहा है। ऋण माफी योजना को धरातल पर उतारने के बाद संस्थाओं की लापरवाही और विसंगतियों के चलते जिले भर में फर्जी ऋण के मामले सामने आ रहे है। जिले भर से कई हितग्राहियों की शिकायत प्राप्त हो रही है, जिसमें कई हितग्राही ऐसे है, जिन्होने कम राशि निकाली किन्तु ज्यादा राशि दर्शायी जा रही है। वहीं कई हितग्राही ऐसे है, जिन्होने कर्जा नही लिया फिर भी ऋण माफी योजना की सूची में उनका नाम आया है। यह विचारणीय तथ्य है कि ऐसे सभी मामले सहकारी समिति के ही आ रहे है एवं यह मामला सहकारी समिति के कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। उक्त बाते कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष महेश पटेल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति में बताई।
श्री पटेल ने यह भी कहा कि सहकारी समिति के अधिकारीयों/कर्मचारियों की मिलीभगत से जिले में ऋण माफी योजना में करोड़ो की धांधली की गई है। सहकारी समिति के अधिकारियों/कर्मचारियों ने किसानों के नाम से फर्जी लोन निकाल लिया है। इसके कई उदाहरण वालपुर, फुलमाल से लेकर नानपुर तक के सहकारी समितियों के सामने आ चुके है। पटेल ने पुर्व में जिला कलेक्टर को इस फर्जीवाडे की गंभीरता से जांच एवं दोषीयों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही किये जाने के की मांग भी की थी।  पटेल कहना है की जिला सहकारिता बैंक के महाप्रबंधक बी.एन.यादव भ्रष्ट अधिकारियों/कर्मचारियों को संरक्षण देकर इस मामले में लीपापोती कर रहे है। इस पुरे मामले में यादव की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है।
इस फर्जीवाड़े की सुक्ष्मता से जांच के लिए महेश पटेल द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने का समय मांगा था, उनके द्वारा आगामी 26 फरवरी नागलवाडी में होने वाले उनके कार्यक्रम में मिलने का समय दिया है। अब श्री पटेल जिला कांग्रेस के समस्त पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर इस मामले की शिकायत कर भोपाल स्तर के आई.एस. अधिकारियों से इस फर्जीवाड़े की जांच की मांग करेंगे।

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