फ्लोरोसिस पानी की सप्लाई से दांतों-हड्डियों में आ रही विकृतियां, जिम्मेदार मौन

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अलीराजपुर लाइव के लिए नानपुर से जितेंद्र वाणी (राज) की रिपोर्ट-
नानपुर में कई महीनों से बन्द पड़ा फ्लोरोसिस पानी की आखिर कलेक्टर के संज्ञान में लाने के बाद चालू कराने की कवायद में जिले के अधिकारी नानपुर में जगह जगह फूटे पाइप लाइनों को ठीक करने के बाद जल्द पानी लाने की कवायद शुरू हो गई है। इस दौरान स्कूल चौराहे पर पाइप फूटा हुआ था उसे बदला गया है। बताया जाता है कि बीएसएनएल की लाइन डालते हुए कई जगह पाइप फोड़े डाले थे जिसके बाद एकात्म यात्रा के आने से पहले कलेक्टर को गोपाल गौशाला में ग्रामीणों ने अवगत करवाया था कि टंकियों में कई माह से पानी ही नही आ रहा है। उसके बाद जलप्रदाय किया गया तो फूटे पाइपों के कारण जगह-जगह से पानी व्यर्थ बह निकला। इसके चलते ग्रामीणों के साथ स्कूली बच्चे भी परेशान होते रहे। गौरतलब है कि 90 फीसदी टंकियों में नल नहीं लगे होने के चलते पानी व्यर्थ बह जाता है एवं वर्षों से इन टंकियों की साफ-सफाई नहीं से स्वच्छ जल नागरिकों को नहीं मिल रहा है जबकि शासन ने  करोड़ों रुपए में यह योजना इसलिए बनाई है कि ग्रामीणों को स्वच्छ जल मिल सके। लेकिन फ्लोरोसिस पानी के कारण इस जल का उपयोग ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है जिससे दांतों व हड्डियों में विकृतियां पैदा हो रही है। क्षेत्र में इस पानी के उपयोग के चलते बच्चों में हड्डियों में विकृतियां दिखाई देने लगी है। शासन की करोड़ों रुपए की योजनाएं अधिकारियों की मिलीभगत के चलते योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है।