जिला मुख्यालय से सटे माध्यमिक शाला अभावों से ग्रस्त, दो शिक्षकों के भरोसे 355 बच्चों का भविष्य

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सिराज बंगडवाला, खरडू बड़ी
माध्यमिक शाला खरडू बड़ी में अध्यपन कार्य मात्र दो शिक्षकों के भरोसे हैं एवं शाला दर्ज 355 बच्चे है जो फर्नीचर के अभाव में एक बेंच पर तीन बच्चे बैठते हैं साथ कुछ बच्चे नीचे बैठकर मजबूरी में अध्ययन कर रहे है। शिक्षकों की कमी के कारण बच्चो की बैठक व्यवस्था मात्र दो कक्षो में की जा रही है। इसी तरह प्राथमिक शाला में 242 बच्चे दर्ज है एवं कक्षा तीसरी में शिक्षक दो पदस्थ है जो वर्तमान में गुणवत्ता सुधार प्रशिक्षण में जा रहे है। इस कारण अतिथि शिक्षक का स्कोर कार्ड शाला अनुसार नियुक्ति नहीं होने से शिक्षक की व्यवस्था कर अध्यापन कार्य दो अतिथि शिक्षकों दवारा प्राथमिक 3 कक्षो में चला रहे हे है । माध्यमिक शाला एवं हाईस्कूल में भी स्कोर कार्ड के अनुसारअतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नही हो पाने से बच्चो के अध्यापनकार्य का भविष्य खतरे में है जबकि शाला लगने का समय करीब दो माह बीत चुके है। पिछले सत्र में हाईस्कूल का 70 फीसदी से ऊपर रिजल्ट दिया था अगर समय के चलते व्यवस्था सुधारी नही गई तो इस वर्ष रिजल्ट 50 फीसदी से कम होने की संभावना है । इस संबंध में संस्था प्रमुख जगदीश सोलंकी एवं संकुल प्रभारी कैलाशचंद्र पाटीदार से चर्चा की गई तो बताया गया कि अतिथि शिक्षक की ऑनलाइन प्रक्रिया होने से दो की नियुक्ति हुई थी जिसमे से एक अतिथि शिक्षक हाईस्कूल में पदस्थ की गई किन्तु एक ओर अतिथि शिक्षक विनोद चौहान की नियुक्ति हाईस्कूल में हो गई थी किन्तु महिला अतिथि समय से बाद में आयी तो पुरुष अतिथि शिक्षक को हटाकर माध्यमिक शाला में कर दिया जिसके कारण पुरुष अतिथि ने जाना बंद कर दिया, जबकि पुरुष अतिथि द्वारा पिछले वर्ष अध्यापन कार्य कर अच्छा रिजल्ट दिया था एवं पढ़ाने में भी अच्छी रुचि रखता था यह छात्रों का कहना है कि इस प्रकार अध्यापन कार्यो में बार बार बदलाव करने से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।