यातायात नियमों की जानकारी देने के बाद भी चालको पर कोई असर नहीं

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ

आम्बुआ ही नहीं अपितु संपूर्ण अलीराजपुर जिले में विगत दिनों से एक समाचार पत्र द्वारा प्रायोजित यातायात पाठशाला कार्यक्रम विभिन्न स्थानों तथा स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थलों पर आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें आम नागरिकों वाहन चालको शिक्षण संस्थाओं में यातायात के बारे में जानकारी दी जा रही है। मगर देखा जा रहा है कि उसका असर विपरीत दिखाएं दे रहा है तथा नियमों का पालन नहीं हो रहा है।

पिछले दिनों शपथ ली गई थी।

एक दैनिक समाचार पत्र द्वारा जनहित में दुर्घटनाओं को रोकने आदि के उद्देश्य से यातायात की पाठशाला नाम से कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके तहत थाना प्रांगण, सड़क किनारे, बस स्टैंडों तथा शिक्षण संस्थाओं में पुलिस विभाग तथा अन्य जवाबदार अधिकारी कर्मचारियों द्वारा यातायात के नियम हेलमेट तथा सीट बेल्ट आदि को उपयोग, दोपहिया वाहनों पर दो से अधिक सवारियां नहीं बैठाने तेज गति से वाहन नहीं दौड़ाने आदि अनेक नियमों को बताया जा रहा है ताकि वाहन चालक सचेत हो तथा दुर्घटनाओं में वृद्धि ना हो एवं जान माल की सुरक्षा हो सके।

इतनी समझाइश के बावजूद वाहन चालक विशेष कर दो पहिया वाहन चालक जिनमें अधिकांश शिक्षण संस्थाओं के वयस्क, अवयस्क वाहन चालक है जिन शिक्षण संस्थाओं में वक्ताओं, नेताओं, पुलिस तथा शिक्षक आदि घंटों तक भाषण प्रवचन आदि के माध्यम से नियम बताते हैं मगर “औंधें” घड़े में जैसे पानी नहीं भरता ठीक उसी तरह इन नासमझ वाहन चालकों विशेषकर दोपहिया (बाइक) वाहन चालकों को कोई असर पड़ता नहीं दिखता है स्कूलों में छुट्टी होते ही बाइकर्स एक एक बाइक पर तीन से चार, पांच तक बैठकर तेज रफ्तार से आंधी तूफान की तरह सारे बाजार वाहन दौड़ाते दिखाई दे रहे हैं। वे जहां से गुजरते हैं वहां भले ही कोई पुलिस का जवान, अधिकारी खड़ा हो या कोई शिक्षक आदि खड़ा हो वह किसी की परवाह नहीं कर रहे हैं ऐसी स्थिति में एक जनहितकारी कार्यक्रम का माखौल उड़ाया जा रहा है जिस पर यातायात तथा पुलिस विभाग को अविलंब ध्यान देना जरूरी माना जा रहा है । अभी हाल ही में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान द्वारा साईकिल वितरण कार्यक्रम में थाना प्रभारी दिलीप सिंह चंदेल द्वारा स्कूल के समस्त छात्र छात्राओं, शिक्षक शिक्षिकाओं, पुलिसकर्मियों को यातायात नियमों के पालन हेतु संकल्प दिलाया था संकल्प लेने के 2 घंटे बाद ही स्कूल के छात्र बाइक पर तीन चार सवारी बैठाकर तेज गति से स्कूल से बाजार तक आंधी तूफान की गति से बाइक दौड़ाते देखे गए तथा प्रति दिन सुबह शाला प्रारंभ होने तथा शाम को छुट्टी के समय ऐसी ही स्थिति देखी जा सकती है।