नवचेतना महिला मंडल ने मनाया महिला दिवस, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का किया भव्य आयोजन

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पीयूष चन्देल, अलीराजपुर
असाड़ा राजपूत समाज की महिला इकाई नवचेतना महिला मंडल के तत्वाधान में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महिला दिवस पर रंगारंग कार्यक्रमों का भव्य आयोजन स्थानीय सर्वेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में हुआ, जिसमें बहुत ही शानदार प्रस्तुतियां नाटक, फैंसी ड्रेस व डांस के माध्यम से झलकी।
कार्यक्रम की शुरुआत में पूर्व नवचेतना मंडल अध्यक्षों को मंचासीन कर मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तत्पश्चात मंडल अध्यक्ष नीरजा चंदेल द्वारा स्वागत भाषण दिया गया और अपने उदबोधन में कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है, हमारे समाज की महिलाएं नोकरी व गृहकार्य करने के साथ ही सामाजिक, सांस्कृतिक – साहित्यिक व खेल गतिविधियों में भी समाज का नाम सम्पूर्ण जिले में रोशन कर रही है। कार्यक्रम का संचालन हिना तंवर ने किया। कार्यक्रम में सरस्वती वंदना निशा वाघेला ने प्रस्तुत की एवं स्वेतल चौहान व टीम ने स्वागत गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में समाज की संघर्षशील महिलाओ को जयश्री गेहलोत द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। समाज की 60 वर्ष से ऊपर की आयु वाली महिलाओं द्वारा संयुक्त परिवार पर नाटक प्रस्तुत किया जो बदलते समाज के क्रियाकलापों पर आधारित था, जिसमे जसुमति चंदेल, प्रमिला वाघेला, चन्द्रकला वाघेला, देवलता पवार, आशा सिसोदिया, प्रतिभा राठौर, हेमा वाघेला, चेतना वाघेला, हसमुख चंदेल ने प्रस्तुति दी। फैंसी ड्रेस में जयश्री वर्मा ने पागल औरत, नेहा चन्देल ने मंजुलिका, संध्या तंवर ने शराबी बेवड़ा एवं जागृति वाघेला द्वारा भिखारन का रोल किया। हर्षा चौहान, सृष्टि परिहार, पलक राठौर, शीतल वर्मा व पूजा भाटी ने कालबेलिया राजस्थानी ग्रुप डांस की मनमोहक प्रस्तुति दी। नीलम गेहलोत और मनीषा तंवर ने आदिवासी ग्रुप डांस की शानदार प्रस्तुति दी। नेहल परिहार ने एकल नृत्य की प्रस्तुति दी। इसी क्रम में होली के मधुर गीतों की प्रस्तुति अनीता राठौर, सचिता गेहलोत, रीता सिसोदिया व कविता तंवर द्वारा प्रस्तुत किये गए। बेबी स्वरा चौहान ने भोलेनाथ व बेबी युवाना परिहार ने पार्वती के भेष में आकर्षक प्रस्तुति दी। नीरजा चंदेल द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु धन्यवाद प्रेषित किया। आभार कीर्ति गेहलोत ने माना। कार्यक्रम में मंडल संरक्षक वंदना राठौर, संगीता वाघेला, आस्था राठौर मेघना वाघेला आदि का सराहनीय योगदान रहा |

 

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