जितेंद्र वाणी@नानपुर
जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत नानपुर के स्वास्थ्य केंद्र पर लगभग 6 माह से कोई स्थाई मेडिकल ऑफिसर नहीं है। इससे ग्रामीण मरीजों फजीहत हो रही है। हालात यह है कि स्वास्थ्य केंद्र में टीचर आइटिंग करने के लिए भी कोई जिम्मेदार डॉक्टर नहीं हैम सुरेश माली ने बताया कि मुझे अंगूठे में मामूली सी चोट लगने पर जब मैं स्वास्थ्य केंद्र गया तो वहां पर बताया कि इसके लिए आपको आलीराजपुर जाना पड़ेगा, यहाँ कोई भी डॉक्टर नहैं है। अन्य किसी बंगाली डॉक्टर से इलाज करवा लो। ऐसे तो नानपुर स्वास्थ्य केंद्र पर अस्थाई रूप से सीएमएचओ डॉ. प्रकाश ढोके ने ग्रामीणों में आंदोलन जैसे आह्वान पर अस्थाई रूप से दो डॉक्टरों को नियुक्त किया था। जो मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखा के चले गये है। जो अभी तक नहीं आए। जिसमे डॉ. मदनसिंह गाड़रिया, सीखा शर्मा ।
