थांदला में मुनिमंडल व साध्वी मंडल के सान्निध्य में विशाल शिविर संपन्न

- Advertisement -

थांदला। आचार्य श्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती “अणुवत्स“ श्री संयतमुनिजी आदि ठाणा-4 व साध्वी श्री निखिलशीलाजी आदि ठाणा-4 के पावन सानिध्य में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के तत्वावधान मे पांच दिवसीय धार्मिक शिक्षण शिविर आयोजित किया गया इस शिविर में भीषण गर्मी के बावजूद 150 शिविरार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। शिविर मे मुनिमण्डल व साध्वी मण्डल द्वारा अथक परिश्रम करके विविध ज्ञानार्जन करवाया गया। शिविर में संयत मुनि जी ने पांच समिति एवं तीन गुप्ति, शुभेष मुनिजी ने 25 क्रिया में से 14 क्रिया एवं सामायिक प्रतिक्रमण की सामान्य जानकारी एवं साध्वी निखिलशीलाजी ने आत्मा के विषय में जानकारी, संसार के थोकड़े द्वारा संसार को धिक्कार एवं संयम को स्वीकार करने के बारे में, सचित अचित जैसे विषयों को बहुत ही सरलता पूर्वक भाषा में समझाया गया। शिविर में प्रदत्त ज्ञान की परीक्षा ली गई। शिविर में सीनियर वर्ग में प्रथम, द्वितीय, तृतीय क्रमशः प्रीति चोरड़िया, साक्षी श्रीमाल, प्रेरणा जैन, श्रेया कांकरिया रहे। जुनियर वर्ग में प्रथम, द्वितीय, तृतीय क्रमशः ख्याति रूनवाल, भव्य घोड़ावत, भवी चोरड़िया रहे ।  शिविर के मुख्य लाभार्थी  मनीष मनोज जैन परिवार द्वारा श्रेष्ठ शिविरार्थियों को पुरुस्कृत किया गया एवं समस्त शिविरार्थियों को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया । शिविर में प्रतिदिन क्रमशः गुप्त लाभार्थी, धर्मलता जैन महिला मंडल, अ.भा. श्री चंदना श्राविका संगठन डूंगर प्रांत, स्व. राजलबाई गादिया परिवार, स्व. शांताबाई तलेरा परिवार द्वारा शिविर में भाग लेने वालो को प्रतिदिन प्रभावना वितरित की गई। शिविर में  पांचों दिन तक रात्रि भोजन त्याग, जमींकंद त्याग, कच्चा पानी त्याग, टीवी या मोबाइल त्याग एवं प्रवचन श्रवण के पांच नियम लेने वाले 25 बच्चो को  स्नेहलता अशोक व्होरा एवम सुशील चंद्रकांता सुराना(रतलाम) द्वारा सम्मानित किया गया।

शिविर संचालिका स्वीटी मनोज जैन ने बताया कि शिविर में स्थानीय तेरह वर्ष से ऊपर के 85 बच्चो व 65 श्राविकाओं ने भाग लिया। शिविर के तृतीय दिवस प्रवचन में अणुवत्स पू.संयतमुनि जी म.साद्वारा आर्य सुधर्म स्वामी को गाईड बनाकर नरक की सैर करवाई गई ,जिसकी भयावहता एवं वीभत्स रूप से अवगत करवाया गया। जिसमें कई श्रावक श्राविका एवं बच्चों ने उसकी भयावहता को समझा और भविष्य में ऐसे कोई भी पाप ना करने की प्रेरणा मिली जिससे नरक गति का मेहमान बनना पड़े। इसी क्रम में शिविर के चतुर्थ दिवस अणु मासिक पुण्य स्मरण दिवस ग्यारस के दिन एक शाम अणु गुरु के नाम का आयोजन समस्त श्रावक श्राविकाओं एवं बच्चों के लिए किया गया जिसमें सभी ने उत्साह पूर्वक भाग लेकर गुरु भक्ति का परिचय किया । शिविर के अंतर्गत धार्मिक गेम “कितने भाई कितने भगवान ने बताये जितने“ में सीनियर वर्ग में क्रमशः संगीता गादिया, पूर्वा श्रीश्रीमाल, रीचा लोढ़ा व मिताली भंसाली विजेता रहे वही जुनियर वर्ग में क्रमशः आदिश चोरड़िया, नीर जैन, रचित पिचा व हीम शाहजी विजेता रहे। श्री ललित जैन नवयुवक मण्डल द्वारा प्रतिदिन बच्चो को स्वल्पाहार  करवाया गया । शिविर के अंतिम दिन प्रवचन प्रभावना व स्वल्पाहार का लाभ मुख्य लाभार्थी श्री मनीष, मनोज जैन द्वारा लिया गया। परीक्षा देने वाली वरिष्ठ श्राविका कमला सेठिया, तारा भंसाली, इंदु गादिया, सुभद्रा श्रीश्रीमाल सरोज शाहजी व पुखराज व्होरा को विशिष्ट पुरुस्कार दिया गया। महिला मंडल सचिव अनुपमा मंगलेश श्रीश्रीमाल द्वारा प्रवचन प्रभावना वितरित की गई।धर्मसभा में शिविर के अनुभवों को विचारो के द्वारा भवी चोरड़िया, नव्या शाहजी, ख्याति रूनवाल, मुक्ति रूनवाल, अंजली शाहजी एवं सुरभि श्रीमाल ने साझा किए। शिविर के विशेष सहयोगी श्री धर्मलता जैन महिला मंडल पूर्व अध्यक्ष तारा भंसाली, अ.भा.चन्दना श्राविका संगठन डूंगर प्रांत अध्यक्ष इंदु कुवाड़,  श्री धर्मलता जैन महिला मंडल अध्यक्ष सुधा शाहजी, सचिव अनुपमा श्रीश्रीमाल एवं साधना रुनवाल रहे। संचालन श्रीसंघ अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत व सचिव प्रदीप गादिया ने किया। समस्त पुरस्कार स्व. दलीचंदजी जैन एवं स्व. लीला देवी जैन की पुण्य स्मृति में मनीष कुमार मनोज कुमार जैन, जैन इलेक्ट्रिकल्स परिवार द्वारा वितरित किए गए ।