उमराह के लिए थांदला से रवाना हुए जायरीन, गुलपोशी कर धर्मावलंबियों ने पवित्र मक्का मदीना के लिए किया विदा

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रितेश गुप्ता, थांदला
‘तेरी रहमत ने बुलाया मैं चला आया हूं, ‘छोड़ फ्रिक दुनिया की चल मदीने चलते, मुस्तुफा गुलामों की किस्मते बदलते हैं, जिस दर पर गुलामों के हालात बदले हैं, रहमतों की चादर पे, सर पर साये चलते है, मुस्तुफा के दीवाने घर से जब निकलते हैं’ की दिलकश नातों के साथ पवित्र मक्का व मदीना की जियारत के लिए मुस्लिम धर्मावलंबी रवाना हुए।
गौरतलब है कि शहर से पिछले तीन दिनों में अलग-अलग मक्का-मदीना शरीफ के लिए यात्रियों का जत्था रवाना हुआ। सबसे पहले रविवार को लियाकत खान व उनकी पत्नी जाकिया बी मगरीब की नमाज के बाद रवाना हुए तो सोमवार सुबह 10 बजे अफजल खान पठान व उनकी पत्नी रोशन बी खान मुकद्स मकामात की जयारत के लिए रवाना हुए। इसी क्रम में मंगलवार मगरीब की नमाज के पश्चात जामा मस्जिद के पेश इमाम मुहम्मद इस्माइल बरकाती व उनकी पत्नी जायदा बी एवं मुहम्मद ताहिर खान मक्का-मदीना शरीफ के लिए निकले। इससे पहले उमराह के लिए सभी का स्वागत पुष्पमालाओं से किया गया तथा जामा मस्जिद से जुलूस निकाला गया जिसमें हाफिज सलीमुद्दीन, रिजवान व शाहिद खान ने नातों पढ़ते हुए गांधी चौक तक निकले। इसके पूर्व उमराह पर जाने वाले सभी यात्रियों के घर पहुंचकर समाजजनों ने पुष्पमाला से उनका स्वागत किया एवं अपने व देश के लिए दुआओं की पेशकश की। इस अवसर पर सदर हशमतुल्लाह खान, कादर शेख, मो. सलीम खान एडवोकेट, हज कमेटी जिलाध्यक्ष अब्दुल समद खान, नूर जमान पठान, नासिर खान, अकबर खान, अकील पठान, अमीर पठान, शम्मी खान समेत सैकड़ों की संख्या में धर्मावलंबी मौजूद थे।