योगेन्द्र राठौड़, सोंडवा
सत्ता में बरकरार रहने का भाजपा का लक्ष्य है और इसीलिए भाजपा पिछले कई सालों से आदिवासी क्षेत्रों में लगातार विकास कार्य करवा रही है। चुनाव के बेहतर परिणाम के लिए उम्मीदों का सूरज आदिवासी क्षेत्रों से ही उदित होना है। यानी, आदिवासी भाई – बहन जिसके साथ चल देते है, सत्ता के दरवाजे उसी के लिए खुलेंगे। इसका असर इन दिनों प्रदेश की राजनीति और चुनावी तैयारियों पर भी भरपूर देखा जा रहा है। प्रदेश में आदिवासी वर्ग की भूमिका सरकार बनाने और बिगाड़ने में महत्वपूर्ण रही है।
