जीवन में जिसने मत्यु का उत्सव मना लिया वह अजर अमर हो गया: ज्ञानीजी महाराज

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कुंवर हर्षवर्धन सिंह परिहार, राणापुर

राणापुर के श्री कृष्ण गार्डन पर आयोजित रामकथा के सप्तम दिवस पर व्यास पीठ पर विराजमान ज्ञानीजी ने मै ओर गुरु की महिमा का बोध करवाया। साथ ही परम सत्ता के तत्व को पाने के लिए गुरु की महिमा के ज्ञान का बोध कराया।

उन्होंने कहा जीवन में जिसने मत्यु का उत्सव मना लिया वह अजर अमर हो गया और उस उत्सव को मनाने का ज्ञान बगेर गुरु के सम्भव नही है। आपको जिस दिशा में जाना है उस का रास्ता आपको ज्ञात होना चाहिए और अगर आपको रास्ते का बोध नही है तो आप मार्ग भटक जाओगे इसलिए सद्गुरु का आपके जीवन मे होना बहुत जरूरी है बगेर गुरु के आज इंसान का वैतरणी से पार होना संभव नही है।आज के युवाओं को संत श्री ने कहा कि नशा समूचे जीवन के नाश का कारण है उन्होंने युवा से कहा कि जो सुख सत्संग में है वह ओर कंही नही है।

संत श्री ने कहा पुरुसार्थ की अंतिम परिकाष्ठा पर पूण्य का उदय होता है ओर जिस पर गुरु कृपा हो गई उसके पुण्यो का उदय हो गया।संत श्री ने कहा कि गृहस्थ आश्रम में घर की भूमि से बड़ी कोई तपस्वी भूमि नही इसलिए भगवान ज्ञान की प्राप्ति के लिए सद्गुरु के बताए मार्ग पर चलो ओर अपने तथा अपने कुल का उद्धार करो।संत श्री ने अपने भजनों के माध्यम से श्रोताओं को खूब झुमवाया ओर नृत्य करवाया आज रामकथा में सप्तम दिवस भोजन प्रसादी का लाभ लक्की शेतानमल राठोड ने प्राप्त कीया और दैनिक जजमान का लाभ होकमिचन्द हीरालाल राठोड ने ओर आरती प्रसादी का लाभ मांगीलाल रूपचन्द ने प्राप्त किया। व्यास पीठ के पुजन का लाभ मुख्य जजमान नारायण पंडा, बाबुलाल जी राठोड ,मनोज सागर सिंह ,मनीष शैतान सिंह पँवार ने लाभ प्राप्त किया। कथा के आरम्भ में झाबुआ विधायक डॉ विक्रांत भूरिया ने संत श्री का आशीर्वाद लिया।