समाज में फैली कुरीतियों दूर नहीं होगी, तब तक समाज मजबूत नहीं हो सकता : श्यामा ताहेड़

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
कृषि उपज मंडी प्रांगण में मंगलवार को आदिवासी जन जागृति मंच के द्वारा एक वृहद बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें आदिवासियों में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए विशेष चर्चा की गई। बैठक में मुख्य रूप से प्रति पंचायत स्तर से प्रति व्यक्ति को संयोजक बनाया गया। सभी संयोजकों को यह दायित्व सौंपा गया कि वह अपने-अपने क्षेत्र में जाकर जागरुकता फैलाने वाली टीम बनाएं और आदिवासी समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने की समझाइश दे। इसके अलावा जनपद स्तर पर भी एक-एक प्रभारी नियुक्त किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में श्यामा ताहेड ने उपस्थित समाजजनों को समझाइश दी कि अपने अपने क्षेत्र में पहुंचकर आदिवासी परिवारों को उनकी कुरितियों के बारे में बताएं ओर विवाह व अन्य आयोजनों में शराब, दहेज लेना और देना इस प्रकार की समस्त फिजूलखर्च और पर रोक लगे ऐसे प्रयास करे। ताहेड ने बताया कि जब तक इस प्रकार की कुरीतियां समाज में दूर नहीं होगगी तब तक समाज मजबूत नहीं होगा। कार्यक्रम में मालसिंह मेडा ने भी उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए बताया कि आदिवासियों में पुरानी परंपरा को भूलते हुए लोग नई परंपरा में घुल चुके हैं जिसमें समाज में बहू-बेटियों पर गलत असर पड़ रहा है। इसलिए ऐसी पश्चिमी परंपरा से दूर रहें जिससे समाज गलत दिशा में नहीं जाए। स्वागत भाषण पूर्व मंडल अध्यक्ष व अजजा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कालूसिंह निनामा ने दिया। संचालन रायपुरिया मंडल अध्यक्ष अजमेरसिंह भूरिया ने किया। आभार अजजा मोर्चा जिला महामंत्री मुन्नालाल निनामा ने माना। बैठक में अंबूसिंह मेडा, हरिसिंह बारिया, अमरसिंह सोलंकी, सुखराम मोरी, भीमा गरवाल, नारायण कतिजा, वरसिंह मुणिया, छगन गामड आदि विशेष रुप से मौजूद थे।